Indore News : कर्ज के बोझ तले रेडीमेड कारोबारी ने चुना ये खौफनाक रास्ता

Amit Sengar
Published on -

इंदौर,आकाश धोलपुरे। मध्यप्रदेश की आर्थिक नगरी इंदौर (indore) में एक रेडीमेड कारोबारी (readymade businessman) ने कर्ज के बढ़ते दबाव के चलते परेशान होकर सुसाइड (suicide) कर लिया। बताया जा रहा है कि रेडीमेड कारोबारी ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है जिसमें अपने बच्चों को हिदायत देने के साथ ही लेनदार और देनदारों का भी जिक्र किया है। वही पुलिस एरोड्रम पुलिस ने तीन पेज के सुसाइड नोट को जब्त कर मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।

यह भी पढ़े…जिराफ की लंबी गर्दन में फंसा गाड़ी का टायर, रेस्क्यू टीम के इस आइडिये से मिली राहत

मिली जानकारी के मुताबिक एरोड्रम थाना क्षेत्र के संगम नगर पुलिस लाइन में रहने वाले रेडीमेड कारोबारी नवीन पिता हरस्वरूप वर्मा ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। बताया जा रहा है कि कारोबारी कर्ज से परेशान था और रविवार को उसने फांसी लगाकर अपनी जान दे। परिजनों के मुताबिक 3 पन्नों के सुसाइड नोट में मृतक ने लाखों रुपये के कर्ज की बात का जिक्र करते हुए लेन-देन के हिसाब को बताया है।

Indore News : कर्ज के बोझ तले रेडीमेड कारोबारी ने चुना ये खौफनाक रास्ता

यह भी पढ़े…MP News : सीएम शिवराज प्रदेश को देंगे 21 हजार करोड़ से अधिक की सौगात

मृतक के बेटे गिरधर वर्मा ने बताया कि उनके पिता को तोलाराम और भास्कर से रुपये लेने थे और उनके द्वारा पैसे नही देने पर अन्य लोगो का कर्ज बढ़ता गया जिसके चलते अंततः उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी। मृतक के बेटे ने बताया कि उसके पिता सुसाइड नोट में बच्चों से कभी भी आमदनी से ज्यादा खर्च नही करने की बात भी लिखी है। वही मृतक के बेटे ने चाचा द्वारा परेशान किये जाने की बात भी कही है।

यह भी पढ़े…Singrauli News : 10 वर्षीय मासूम के अंधे कत्ल का पुलिस ने किया पर्दाफाश, जानें क्या है मामला

एरोड्रम पुलिस के जांच अधिकारी बीएल मीणा ने बताया कि कारोबारी के फांसी मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है और सुसाइड नोट को जब्त कर परिजनों के बयानों के आधार पर कार्रवाई शुरू कर दी है।


About Author
Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

Other Latest News