इंदौर: हाथ में तिरंगा लेकर सड़कों पर उतरे युवा, किया अग्निपथ भर्ती योजना का विरोध

इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। Indore News:- अग्निपथ भर्ती योजना को लेकर देश के अलग-अलग भागों में विरोध प्रदर्शन जारी है। ग्वालियर और इंदौर समेत मध्यप्रदेश के कई जिलों में भी इस विरोध की आग पहुँच चुकी है। गुरुवार को इंदौर में करीब 150 से अधिक युवा हाथों में तिरंगा लेकर सड़कों पर विरोध करते हैं। इस विरोध का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सैन्य बलों में भर्ती की तैयारी करने वाले युवाओं ने मरीमाता चौक पर केंद्र सरकार ने योजना वापस लेने की मांग की है।

यह भी पढ़े… Bhopal: धोखाधड़ी के खिलाफ सरकार का एक्शन, 18 अस्पतालों को किया जाएगा आयुष्मान योजना से बाहर

प्रदर्शनकारियों में से ही एक युवा ने कहा की “कोई लोकसभा सांसद सिर्फ 5 सालों तक कार्यरत रह कर जीवन भर पेंशन का लाभ उठाता है फिर सेना में ऐसी सुविधा क्यों नहीं हो सकती। यदि बॉर्डर पर तैनात होने वाले जवानों को फैसला सांसद ले रही है, तो उन्हें ही बॉर्डर पर तैनात किया जाए। इस दौरान पुलिस गाड़ी द्वारा शांतिपूर्ण प्रदर्शन की घोषणा भी करवाई गयी। तो वहीं ग्वालियर में युवाओं के प्रदर्शन अहिंसा में बदलते नजर आया। फिलहाल गृहमंत्री ने वहाँ के हालात को सामान्य बताया है। पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री अरुण सुभाष ने इंदौर प्रदर्शन का एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"