इंदौर, स्पेशल डेस्क रिपोर्ट। इंदौर (Indore) में रहने वाले 19 वर्षीय छात्र ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। छात्र ने जिस वक्त फांसी लगाकर अपनी जान दी उस वक्त उसके हाथ से मोबाइल छूटकर नीचे गिर गया था। ऐसे में छात्र के आत्मघाती प्रयास को मोबाइल मिस्ट्री से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल, इंदौर के पलासिया क्षेत्र के किसी निजी कॉलेज में प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहे 19 वर्षीय दिव्यांश पिता रामनिवास यादव ने फांसी लगा ली। हालांकि, दिव्यांश ने फांसी क्यों लगाई है इसकी असल वजह सामने नही आई है। वही बताया ये जा रहा है कि वो पूरे दिन का अधिकतर वक्त मोबाइल को देता था जिसके चलते कयास लगाए जा रहे है कि मोबाइल से ही दिव्यांश की डेथ मिस्ट्री की वजह सामने आ पाएगी।
हर रोज सुबह जल्द उठकर कॉलोनी में दोस्तो के साथ रहने वाले दिव्यांश यादव जब सोमवार को घर से बाहर नही निकला। इसके बाद दोस्तो और आस पास में रहने वाले लोगो ने उसे खूब आवाज लगाई इसके बाद छात्र के दोस्तो ने पड़ोसी के घर से जाकर देखा तो पता चला कि दिव्यांश फांसी के फंदे से झूल गया है जिसके बाद सभी ने मिलकर को उसके पिता को इस बात की जानकारी दी। बताया जा रहा है दिव्यांश घर पर अकेला था और उसकी माँ अपने भाई के घर गई हुई थी वही पिता रोज की तरह काम पर चले गए थे। छात्र दिव्यांश का सुसाइडल कदम फिलहाल, परिजनों और पुलिस के लिए एक मिस्ट्री है जिसकी तह तक जाने के लिए पुलिस ने मोबाइल को जब्त कर जांच के लिए भेज दिया है। वही अब एक्सपर्ट मोबाइल की जांच कर सुसाइड की वजह पता लगाने की कोशिश करेंगे।
मृतक छात्र दिव्यांश के फूफा गणेश यादव ने बताया कि वह काफी होनहार था और अपने परिवार के साथ वो एरोड्रम क्षेत्र के संगम नगर के पीछे रूप नगर में रहता था। उन्होंने बताया कि वही उसने अपने पापा से कलेक्टर ऑफिस और सिटी बस पास बनाने के लिए रुपये भी लिए थे। इधर, एरोड्रम पुलिस के जांच अधिकारी अजय कुमार ने बताया कि आत्महत्या के मामले में पुलिस के पास सूचना आई थी जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि दिव्यांश नामक युवक दुपट्टे के सहारे फांसी के फंदे पर झूल रहा है। वही परिजनों ने पुलिस को बताया कि वो अक्सर मोबाइल चलाता था। वही पुलिस ने मोबाइल को जब्त कर जांच के लिए भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक घर से कोई सुसाइड नोट बरामद नही हुआ है वही मोबाइल की जांच के बाद कुछ खुलासा संभव है। फिलहाल, छात्र के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है वही पुलिस मर्ग कायम कर जांच के जुट गई है।
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Amit Sengar
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वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”