MY Hospital Indore : प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल इंदौर के महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय के ब्लड बैंक को हाईटेक बनाने की कवायद की जा रही है हाईटेक ब्लड बैंक के चलते ब्लड बैग्स यानी खून की थैलियों मैं ब्लड की क्वालिटी सिक्योरिटी के लिए लोकेशन ट्रैकर डिवाइस लगाया जाएगा इस नई शुरुआत की जानकारी देते हुए ब्लड बैंक प्रभारी प्रोफेसर अशोक यादव ने बताया कि इंदौर संभाग आयुक्त जब अस्पताल के दौरे पर आए थे तब उन्होंने ब्लड ले जाने वाले परिजनों को लेकर एक जानकारी डॉक्टर अशोक यादव से चाही जिसका मूल उद्देश्य ब्लड बैंक से निकले ब्लड का सही समय मरीज तक पहुंचाना और समय रहते उस मरीज को ब्लड का चढ़ना था।
ब्लड बैंक होगी अब हाईटेक
डॉ यादव के मुताबिक मेडिकल गाइडलाइन के हिसाब से उचित और जरूरी टेंपरेचर के लिए खून की थैलियां को हमेशा रेफ्रिजरेटर में सुरक्षा के लिए तय तापमान के अंदर रखा जाता है ज्यादा हाई टेंपरेचर में ब्लड के खराब होने का खतरा बढ़ जाता है फ्रिज से बाहर निकालने के बाद ब्लड आधे घंटे में मरीज के अस्पताल तक जरूर पहुंच जाना चाहिए क्योंकि फ्रिज से ज्यादा देर तक बाहर रहने वाले ब्लड के मेडिकल कंटेंट में बदलाव आने से मरीज को खतरा भी हो सकता है इसलिए अब ब्लड बैंक में लोकेशन डिवाइस ट्रैकर लगाने की प्लानिंग पर काम करना शुरू कर दिया गया है।

इस तरह रखी जाएगी नजर
संभाग आयुक्त की पहल के बाद अब खून की थैलियां में लोकेशन ट्रैकर डिवाइस लगाए जाएंगे यह लोकेशन ट्रैकर डिवाइस रेडियो फ्रीक्वेंसी सिस्टम इसके माध्यम से ब्लड बैंक से कनेक्ट रहेंगे जिसके जरिए ब्लड बैंक प्रबंधन को कंप्यूटर स्क्रीन पर यह जानकारी मिलती रहेगी की ब्लड रेफ्रिजरेटर से निकल जाने के बाद कितने तापमान में और कितनी देर बाहर सफर कर सकता है। इस पहल के चलते कहा जा सकता है कि ब्लड बैंक का अंतरराष्ट्रीय मापदंड के हिसाब से अत्याधुनिकरण किया जा रहा है संभाग आयुक्त की पहल और दिशा निर्देश पर इस योजना पर काम शुरू कर दिया गया है इस नए नवाचार को लेकर आने वाले खर्च की बात भी डॉक्टर अशोक यादव से की गई तो उन्होंने वह जानकारी भी विस्तार से दी है।
इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट