इंदौर।
प्रदेश में लगभग सभी नगरीय निकायो का कार्यकाल सामाप्त हो राहा है। इंदौर नगर निगम परिषद का कार्यकाल खत्म होने से पहले आखिरी बैठक हुई। इस बैठक में उस समय हंगामा मच गया जब शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई बच्ची की मौत पर निगम के नेता प्रतिपक्ष फौजिया शेख ने श्रद्धांजलि दे दी। इस पर विवाद इतना बढ़ा कि सत्तापक्ष को लोग सदन में “देश के गद्दारों को गोली मारो….को” “वंदे मातरम” जैसे नारे लगाने लगे।इसके बाद विपक्षी पार्षद धरने पर बैठ गए।
असल में बैठक की शुरुआत में ही सीएए के विरोध में पार्षद पद से इस्तीफा देने वाले उस्मान पटेल को व्यवस्था नहीं देने पर सवाल उठाता था जिस पर सभापति अजय सिंह नरूका ने पत्राचार के अभाव में व्यवस्था न दे पाने का हवाला दिया। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष ने शाहीन बाग में 4 माह की बच्ची की मौत पर श्रद्धांजलि दी। तब नेता प्रतिपक्ष के ऐसा करने पर सभापति ने इस पर आपत्ति जताते हुए इसे खारिज कर दिया। यहीं से विवाद शुरू हो गया। पक्ष-विपक्ष के पार्षद एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।नारेबाज़ी के दौरान विपक्ष के नेता बैठक में सीएए, एनआर और एनआरपी के विरोध में बैच लगाकर पहुंचे।
पार्षद अनवर दस्तक निगम परिषद की आखिरी बैठक में जलकार्य समिति के अध्यक्ष बलराम वर्मा पर खूब बरसे। पार्षद अनवर दस्तक जलकार्य समिति के अध्यक्ष बलराम वर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार जब तक cAA वापस नहीं ले लेती तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। इन प्रदर्शनों में मैं शामिल होऊंगा अगर आप जैसा कोई CAA को लेकर बहस करना चाहता है तो मैं तैयार हूं। अनवर ने यहां तक कह दिया कि CAA के विरोध प्रदर्शन से मोदी सरकार की नींद उड़ी हुई है।