जबलपुर, संदीप कुमार। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) में सर्व पितृ अमावस्या के अवसर पर मोक्ष संस्थानों में पड़े लावारिस शवों का पिंडदान किया गया। जबलपुर की मोक्ष मानव सेवा जन उत्थान संस्था एक ऐसी संस्थान है जिसने अभी तक सैकड़ो शवों का न सिर्फ अंतिम संस्कार किया है बल्कि सैकड़ो गरीब लोगों की खाने-पीने से मदद भी की है। ये मोक्ष संस्था पितृ पक्ष के समय जाने-अनजाने लावारिश शवो का पिंडदान भी करती आ रही है और इसी कड़ी में सर्व पितृ अमावस्या के मौके पर माँ नर्मदा के तिलवाराघाट तट पर मोक्ष संस्था के सदस्यों ने लावारिस शवों का पिंड दान किया और भगवान से मृतिकों की आत्मा को शांति देने की प्रार्थना की।
ये भी पढ़ें- क्या है मध्य प्रदेश के इस मंत्री को सार्वजनिक रूप से PM Modi की बधाई के मायने!
कोरोना काल मे भी कई शवों का किया अंतिम संस्कार
मोक्ष मानव सेवा जन उत्थान संस्था ने बीते दो साल से कोरोना संक्रमण में हुई मौत वाले मृतकों का भी अंतिम संस्कार किया है। मोक्ष संस्था के आशीष ठाकुर कहते है कि सिर्फ अंतिम संस्कार कर देने से फर्ज पूरा नही होता है, जब तक मृतिकों का पूजा-पाठ, विधि विधान से पिंड दान न किया जाए तब तक उनकी आत्मा भटकती रहती है, इसलिए अमावस्या पर कोरोना से जान गंवाने वाले जाने-अनजाने लोगों का भी नर्मदा घाट पर पिंड दान किया गया।
20 साल से मोक्ष संस्था है सक्रिय
जबलपुर में लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करना हो या फिर उन्हें खाने पीने की वस्तु देना हो इसके लिए मोक्ष संस्था के आशीष ठाकुर अपने साथियों के साथ बीते 20 सालों से लगे हुए है। आशीष ठाकुर कहते है कि साल 2020-21 में आए कोरोना ने देश दुनिया को हिला दिया है। कोरोना से खत्म हुए कई लोगों के परिवार वाले जब साथ में नही थे उस समय इस संस्था ने न सिर्फ उनका अंतिम संस्कार किया बल्कि अब उनका पिंड दान भी कर रहे है, और जाने-अनजाने में अगर मृत आत्मा के साथ कोई गलतीं हो गई है तो उसका पश्चताप करते हुए पिंडदान किया गया है। इसी तरह मोक्ष संस्था के सदस्य अपने परिवार के साथ तिलवाराघाट पहुँचे जहाँ स्नान करने के बाद सपरिवार विधि विधान से पूजा की गई जिसके बाद गरीब बच्चों को भोजन करवाया गया। मोक्ष ने बीते 20 सालों से किए जा रहे धार्मिक कार्यों को आगे बढ़ाते हुए पितृ अमावस्या में पिंड दान किया है।