JABALPUR DOUBLE MURDER : मध्य प्रदेश के जबलपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में हुए दोहरे हत्याकांड के मामले में पुलिस आरोपियों को अब तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है वही अब पुलिस को आरोपी मुकुल सिंह और उसके साथ इस हत्याकांड में उसकी पार्टनर मृतक की नाबालिग बेटी के देश से बाहर भागने के सबूत मिले है जिसके बाद पुलिस टीम जबलपुर से रवाना हो गई है, बताया जा रहा है की पुलिस को दोनों के नेपाल भागने के साक्ष्य मिले है जिसके बाद टीम नेपाल के लिए रवाना हुई है, पुलिस का दावा है की जल्द ही दोनों पुलिस गिरफ्त में होंगे, 14 -15 मार्च की दरमियानी रात हुए इस हत्याकांड में आरोपियों ने पिता और 8 साल के मासूम को मौत के घाट उतार दिया था, सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम देने वाले संदिग्ध आरोपी मुकुल सिंह और मृतक राजकुमार की नाबालिग बेटी लगातार घटना के बाद से पुलिस को चकमा दे रहे है।
घटना के 10 दिन बाद भी आरोपियों की तलाश ही जारी-
दस दिन बीत जाने के बावजूद अब तक पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है, घटना की जांच में जुटी पुलिस ने शहर के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और अलग-अलग टीमों को जबलपुर शहर के आसपास के जिलों में रवाना किया लेकिन अब तक पुलिस के हाथ खाली है, घर से लेकर रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड से गायब हुई 16 साल की संदिग्ध आरोपी मुकुल के साथ जाते हुए दिखाई दी, 14 और 15 मार्च की रात रेलवे कर्मी राजकुमार विश्वकर्मा के घर के आसपास पड़ोसी युवक मुकुल आते जाते हुए दिखाई दिया है, जिसके पास गैस कटर, पॉलीथिन और अन्य चीजें हैं। जो इस बात की पुष्टि करते है कि मुकुल ने ही राजकुमार और उनके बेटे को मौत के घाट उतारा है और इसमें काव्या की भी भूमिका हो सकती है। फिलहाल दोनों की तलाश जारी है। घटना के बाद काव्या कटनी के पास CCTV में एक मेडिकल स्टोर से दवाई खरीदती नजर आई , उसके हाथ में चोट भी लगी दिखाई दे रही थी। लेकिन जब तक पुलिस वहाँ पहुँचती दोनों फरार हो गए।इसके बाद उनकी लोकेशन पूना और फिर मुकुल और काव्या की दोस्तीअब नेपाल मे मिली है।
नाबालिग बेटी और आरोपी के बीच है प्रेम सबंध
पुलिस को आशंका है कि मुकुल और मृतक की नाबालिग बेटी दोनों लगातार संपर्क में थे। मई 2023 में राजकुमार की पत्नी की मौत हुई थी जिसके बाद से राजकुमार काफी परेशान और दुखी थे, इसके कुछ महीनों बाद सितंबर 2023 में काव्या द्वारा मुकुल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई जिसके बाद मुकुल पर धारा 376 और पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ और उसे जेल जाना पड़ा, करीब एक महीने बाद मुकुल जेल से जमानत पर रिहा हो गया, इसी बीच राजकुमार ने काव्या को पिपरिया में अपने भाई के घर भेज दिया था, नाबालिग बेटी और उसका 08 साल का भाई सेंट्रल स्कूल में पढ़ते थे, बेटी 10 वीं कक्षा में पढ़ती थी और करीब 10 दिन पहले ही परीक्षा देने के लिए वापस अपने पिता के पास लौटी थी, आशंका है कि इसी दौरान वह फिर से मुकुल के संपर्क में आई और दोनों ने भागने का फैसला किया, 14 मार्च की रात मुकुल ने गैस कटर से खिड़की काटकर घर में प्रवेश किया और नाबालिग बेटी को भगाने की कोशिश की, लेकिन इसी दौरान राजकुमार की नींद खुल गई और उसने मुकुल को घर के अंदर देख लिया और शायद यही वजह राजकुमार और उनके बेटे की मौत की वजह बनी, मुकुल ने दोनों को मौत के घाट उतार दिया।
यह था मामला
जबलपुर के सिविल लाइन स्थित रेलवे की मिलेनियम कालोनी में रहने वाले राजकुमार विश्वकर्मा और उनके 8 साल के बेटे तनिष्क की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी, राजकुमार रेल्वे में नौकरी करते थे, दोनों की हत्या के बाद आरोपी ने तनिष्क का शव फ्रिज के अंदर बंद कर दिया, इस घटना के बाद राजकुमार के भाई की बेटी के मोबाईल पर मृतक राजकुमार की बेटी ने मैसेज किया की पापा और भाई की हत्या हो गई है, इसके बाद मौके पर राजकुमार कर परिजन पहुंचे, पुलिस को भी गढ़ा से आए रिश्तेदारों ने जानकारी दी, देखते ही देखते एसपी से लेकर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए, जिन्होने शवों को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, घटना के बाद से राजकुमार की 14 साल की बेटी लापता थी, पुलिस को लगा की बेटी का अपहरण कर लिया गया है लेकिन कुछ देर बाद ही तस्वीर साफ हो गई, कि बेटी एक युवक के साथ उसकी गाड़ी में जाती दिखाई दी, पुलिस ने कालोनी में लगे सीसीटीवी फुटेज चेक किए तो सारा मामला सामने आ गया, फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि दोपहर करीब 12.30 बजे के लगभग मुकुल एक्टिवा से बाहर जाते दिखाई दिया, इसके कुछ देर बाद ही मृतक की नाबालिग बेटी भी घर से निकलते दिखाई दी है, जिससे संदेह है कि नाबालिग बेटी ने अपने प्रेमी मुकुलसिंह के साथ मिलकर पिता व भाई की हत्या की इसके बाद दोनों फरार हो गए, इधर पुलिस की चार टीमें तलाश में जुट गई। खबर मिली कि फरार संदेही मुकुल व नाबालिग बेटी का अंतिम लोकेशन कटनी और फिर पूना में मिली और अब नेपाल में, इसके बाद पुलिस की एक टीम नेपाल के लिए रवाना हो गई है।