राजगढ़/मनीष सोनी
कोरोनी की विश्वव्यापी महामारी के खिलाफ जंग में कुछ ऐसे वाकये सामने आ रहे हैं जो बरबस ही आंखें भिगो देते हैं, इंसानियत पर यकीन बनाए रखते हैं। ऐसी ही घटना देखने को मिली राजगढ़ में जहां एक गरीब 63 वर्षीय बीमार महिला ने अपनी जमा पूंजी 5551 रुपये प्रधानमंत्री राहत में जमा करने के लिए थाना प्रभारी को घर बुलाकर सौंप दी।
देश के सामने इस समय सबसे बड़ा संकट है कोरोना वायरस. इस से निटपने के लिए सरकार अपने स्तर पर जुटी है. हर वो तमाम उपाय किए जा रहे हैं, जिससे बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों में कमी आए. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों से इस संकट में आर्थिक मदद की अपील की है. इसी को लेकर राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में 63 वर्षीय लकवाग्रस्त बुजुर्ग महिला सुशीला बाई साहू ने कोरोना पीड़ित लोगों की सहायता के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में 5551 रुपए एवं पुलिसकर्मियों के मास्क बनाने के लिए कपड़ा दान दिया है। इस बुजुर्ग बीमार महिला का परिवार बीपीएल राशन कार्डधारी है और इस समय सरकार इन परिवारों की मदद कर रही है। ऐसे में इस बुजुर्ग महिला ने अपने लिए जो पाई पाई जोड़ कर राशि इकट्ठी की थी उसे प्रधानमंत्री राहत कोष में दान दे दिया। यह महिला आज सभी के लिए एक मिसाल बन गई है। कोरोना से लड़ने के लिए देशभर में लोग दान कर रहे हैं, प्रधानमंत्री राहत कोष में राशि भेज रहे हैं लेकिन एक बीपीएल धारी लकवे से पीड़ित बुजुर्ग महिला द्वारा दी गई राशि इन सबसे बढ़कर है।
राजगढ़ जिले के खिलचीपुर तहसील में तोपखाना गेट के समीप रहने वाली, 63 वर्षीय लकवे से पीड़ित बुजुर्ग महिला सुशीलाबाई साहू ने अपने बेटे को भेज कर खिलचीपुर थाना प्रभारी वीरेंद्र धाकड़ को अपने घर बुलाया और उन्हें प्रधानमंत्री राहत कोष में ₹5551 रूपये और कोरोना से जंग लड़कर आम नागरिकों को सुरक्षित रखने वाली पुलिस के लिए मास्क बनाने के लिए कपड़ा भी दान दिया। वृद्ध सुशीलाबाई लकवे से पीड़ित होने के कारण बोलने में असमर्थ है और सपोर्ट स्टैंड के सहारे के साथ चलने को मजबूर है , ऐसे में भी देश के प्रति उनका जज्बा देखिए, उनके जज्बे को आज हर कोई सलाम कर रहा है । गरीब होने के बाद भी अपने जीवन भर की जमा पूंजी उन्होंने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए सरकार को दे दी।