मंदसौर: नामांतरण मामले में कमिश्नर ने की कार्रवाई, तहसीलदार और पटवारी निलंबित, जानें पूरा मामला

Manisha Kumari Pandey
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मंदसौर, कमलेश सारडा। मंदसौर जिले (Mandsaur) में भ्रष्टाचार के मामले तेजी से बढ रहे है। नपा में नामांतरण के मामले को लेकर कमिश्नर संदीप यादव ने सख्त कार्रवाई की। जिसमें दो नगरपालिका कर्मी ट्रेप हुए है। राजस्व विभाग के तहसीलदार और पटवारी भी तत्काल प्रभाव से निलंबित हो गए हैं। मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ तहसीलदार को शुक्रवार की देर शाम निलंबित कर दिया गया।

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सोशल मीडिया में नामांतरण करने के लिए पटवारी और एक अन्य दलाल के बीच 50 लाख में सौदे की बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ। तो उज्जैन आयुक्त संदीप यादव के आदेश पर तहसीलदार प्रेम शंकर पटेल को निलंबित कर दिया गया। इसके बाद पटवारी को भी निलंबन के आदेश जारी हो गए। आदेश के अनुसार मल्हारगढ़ आयुक्त संदीप यादव को पिपलियामंडी नगर परिषद अध्यक्ष पति सुनील देवरिया ने इसकी शिकायत की थी। इसके बाद आयुक्त उज्जैन ने मामले में कार्रवाई करते हुए तहसीलदार के निलंबन आदेश जारी किया।

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6 बीघा जमीन के नामांतरण करने के लिए की गई लाखों की मांग

वायरल हुए ऑडियो में पिपलियामंडी के हल्का नम्बर 32 के पटवारी दिग्विजय सिंह और किसी दलाल के बीच नामांतरण करने के बदले 50 लाख की लेनदेन का सौदा होने की बातचीत हैं। ऑडियो में 6 बीघा जमीन के नामांतरण करने के लिए 50 लाख रुपये की मांग कथित तौर पर की गई है। ऑडियो में 25 लाख तहसीलदार को देने और 25 लाख के दो हिस्से में से एक पटवारी को देने की बात भी कही गई है।


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