मुरैना।
हमारे देश की 70 प्रतिशत आबादी कृषि पर आधारित है। यही वजह है कि हमारे देश को कृषि प्रधान देश कहा जाता है। मौसम के लगातार बदलते रुख से किसानों की परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही है।
हालांकि कृषि वैज्ञानिकों द्वारा व सरकार द्वारा किसानों को कई नए तरीको से खेती करना सिखाया जा रहा है। मध्यप्रदेश के मुरैना जिले एक किसान ने नवाचार कर अन्य कृषकों के लिए एक मिसाल पेश की है। हम बात कर रहे मध्यप्रदेश के मुरैना जिले की, जो कभी डाकुओं के लिए जाना जाता था। लेकिन इस बार यहाँ के रघुवीर सिंह नामक एक किसान ने पहली बार अपनी जमीन आधुनिक तरीको का उपयोग कर केसर की खेती की। फसल इतनी बंपर हुई है कि क्षेत्र से दूर दराज के किसान रघुवीर सिंह के यहाँ ख़ेती देखने एवं उसके बारे में जानने आ रहे हैं। रघुवीर ने ये काम बिना किसी सरकारी मदद के किया है। वैसे तो चंबल के इस क्षेत्र में गेंहू, सरसों, बाजरा, दालों की पैदावार की जाती है। लेकिन अभी सूखे और पानी की कमी के कहते यहाँ के किसानों को लगातार नुकसान हो रहा है। पैदावार कम हो रही है।
रघुवीर सिंह कि ने एक बार राजस्थान में केसर की खेती होते देखा था। तब उन्होंने अपने यहां भी केसर की खेती करने की ठान ली। और अब अपने खेत खेत में केसर की बंपर पैदावार का परिणाम देख रघुवीर सिंह खुद ही चकित हैं। रघुवीर सिंह ने इंटरनेट के माध्यम से केसर की फसल में छिड़कने वाली दवाई की जानकारी ली और फिर उस दवाई का उपयोग खेती में किया। रघुवीर सिंह का परिवार भी बहुत खुश है।