MP Lok Sabha Election 2024: देश मे एनडीए की सरकार बन रही है और नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बन रहे है यह अब तय हो गया है। लेकिन मध्य प्रदेश में जो कमाल हुआ वह बेमिसाल है। कांग्रेस यहां पूरी 29 सीटें हार गई है। यह बड़ी उपलब्धि इसलिए भी है क्योंकि बीजेपी को उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यो में अपेक्षित सफलता नहीं मिली है। लेकिन मध्य प्रदेश में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है।
सत्ता व संगठन की कमान काबिल लोगों के हाथ
मध्य प्रदेश में यह कमाल हुआ काबिल लोगों के हाथ मे सत्ता व संगठन की कमान देने से। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने चुनाव प्रचार में परिश्रम की पराकाष्ठा कर दी तो गलत नहीं होगा। प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद जी की रणनीति और इस रणनीति को सफल करने में उनके साथ दिन रात जुटे रहे लोकसभा प्रभारी बनाए गए महेंद्र सिंह ने ऐतिहासिक विजय की पटकथा लिखी। भाजपा ने यहां पिछले चुनाव में भी 29 में से 28 सीटें जीती थी, लेकिन तब की परिस्थिति और अब की परिस्थितियों में जमीन आसमान का अंतर है।
तीन महीने का काम कांग्रेस का काम तमाम
मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करने के लिए अगर आचार संहिता का दौर छोड़ दिया जाए तो डॉ मोहन यादव को मात्र 3 महीने मिले लेकिन इस तीन महीना में ही उन्होंने अपने कुछ निर्णय से जनता के भीतर सरकार के प्रति एक नया विश्वास पैदा किया। इनमें आम जनता के सम्मान की रक्षा करने के लिए कलेक्टर तक पर कार्रवाई। धर्म स्थान पर ध्वनि प्रदूषण को रोकना, आदिवासियों के हित में लिए गए निर्णय और भ्रष्टाचार के खिलाफ नर्सिंग घोटाले इंदौर नगर निगम घोटाले सहित अनेक कार्रवाई शामिल है।
वीडी का संगठन जीत की बड़ी वजह
इसके साथ ही प्रदेश अध्यक्ष के रूप नें अपने 4 साल पूरे कर चुके विष्णु दत्त शर्मा ने भी मध्य प्रदेश में पार्टी का जो संगठन ग्रास रूट तक पहुंचाया उसने भी पार्टी की विजय में अहम भूमिका निभाई।
कैलाश ने कमलनाथ के गढ़ में लगाई सेंध
ऊधर कैलाश विजयवर्गीय ने इंदिरा गांधी के तीसरे बेटे कहे जाने वाले कमलनाथ के गढ़ में जिस तरह से डेरा डाला और सेंध लगाई उसने अब तक लगभग अजय रहे कांग्रेस के छिंदवाड़ा गढ़ को भी भेद डाला।
ज्वाइनिंग टोली ने तोड़ी कमर
न्यू ज्वाइनिंग टोली के संयोजक के रूप में नरोत्तम मिश्रा के नेतृत्व में 4 लाख से ज्यादा कांग्रेस कार्यकर्ताओं का बीजेपी में शामिल होना भी एक ऐसी घटना रही जिसने कांग्रेस की कमर तोड़ डाली।