मुंगावली ,स्वदेश शर्मा। पिछले चार दिनों से कृषि उपज मंडी (Agricultural produce market) में चल रही हड़ताल मंगलवार को एसडीएम (SDM) राहुल गुप्ता के हस्तक्षेप के बाद समाप्त हो गई। इसके लिए एसडीएम द्वारा व्यापारियों (merchants) और हम्मालों (Hammals) के प्रतिनिधि मंडल को अपने कार्यालय में बुलाकर सयुंक्त बैठक की गई। जिसमें दोनों ही पक्षों की बात को सुना गया। जिसमें हम्मालों का कहना था कि उनकी मजदूरी 2018 में बढ़ाई गई थी और तत्कालीन अधिकारियों द्वारा प्रोसिडिंग में डाला गया था। प्रत्येक वर्ष 7 प्रतिशत मजदूरी बढ़ाई जाएगी लेकिन अभी तक कोई मजदूरी नही बढ़ाई गई है। इसलिए 21 प्रतिशत मजदूरी बढ़ाई जाए वहीं व्यापारियों के द्वारा कहा गया कि पहले से ही जिले व आसपास की मण्डियों से ज्यादा मजदूरी दी जा रही है। इसलिए अब मजदूरी बढ़ाया जाना गलत है।
एसडीएम की अनुशंसा पर बनी सहमति
चार दिनों से चल रही हड़ताल को देखते हुए एसडीएम राहुल गुप्ता ज्यादा ही गम्भीर नजर आए और उन्होंने अपने कार्यालय में दोनों ही पक्ष को बुलाकर विधिवत समझाया और फिर अपनी अनुशंसा करते हुए 07 प्रतिशत मजदूरी बढ़ाई गई। एसडीएम द्वारा हम्मालों को समझाया गया कि आप लोग जो भी करेंगे उसका भार किसान पर ही पड़ना है। इसलिए किसानों व आपकी सुविधा को देखते हुए अभी 07 प्रतिशत मजदूरी बढ़ाते है जो प्रत्येक वर्ष अप्रैल में अपने आप ही बढ़ाई जाएगी।
एक-दूसरे पर लगाये चोरी जैसे गम्भीर आरोप
इस बैठक के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा हुई और इसमें जहां व्यापारियों ने हम्मालों पर किसानों की फसल चोरी करने के गम्भीर आरोप लगाए तो वही हम्मालों ने भी व्यापारियों पर चोरी का माल सस्ते में खरीदने से लेकर तौल कांटे फिक्स करने तक के आरोप लगाए। जिसको देखकर कहा जा सकता है की कहीं न कहीं मंडी में किसानों के साथ अप्रत्यक्ष लूट की जाती है। जो आज इनकी लड़ाई में सामने आई है। इसलिए मंडी प्रशासन को चाहिए कि आगे से कठोर कदम उठाए जिससे किसानो के साथ लूट न हो पाए।
एक अप्रैल से मुकद्दम प्रथा खत्म
अभी तक वर्षों से मंडी में मुकद्दम प्रथा का चलन था। लेकिन बैठक में निर्णय लिया गया कि एक अप्रैल से मुकद्दम प्रथा बंद की जाएगी और व्यापारियों को अपना खुद का मुनीम लगाना होगा। अभी मुकद्दम प्रथा में जो व्यक्ति मुकद्दम होता है वह सिर्फ हम्मालों व व्यापारियों के अनाज पर नजर रखता है और उसको पैसा हम्मालों की मजदूरी में से किया जाता है। जो अब एक अप्रैल से बंद हो जाएगा।
मंडी में शराब व अन्य अनैतिक कृत्य की हुई शिकायत
इस बैठक में व्यापारियों द्वारा कहा गया कि नवीन मंडी परिसर में कच्ची शराब बेची जाती है। जिस पर एसडीएम ने मंडी सचिव को जमकर फटकार लगाई। तो हम्मालों द्वारा कहा गया कि मंडी में महिलाएं रात को भी रुकती है जिससे वहां कई प्रकार के अनैतिक कृत्य संचालित होते है और असमाजिक तत्व घूमते रहते है। जिस पर भी एसडीएम ने मंडी परिसर में महिलाओं के रुकने को पूरी तरह प्रतिबंधित करने को कहा है।