उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के यात्री वाहनों में अब जल्द ही पैनिक बटन (Panic Button) की सुविधा शुरू हो जाएगी। किसी भी आपातकालीन स्थिति में इस बटन को दबाकर मदद ली जा सकेगी। अक्टूबर में इस पैनिक बटन को कमांड करने वाला सेंटर भोपाल में बनकर तैयार हो जाएगा। इस बात की घोषणा मध्य प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत (Govind Singh Rajput) ने की है।
मंत्री गोविंद सिंह राजपूत गुरुवार को बाबा महाकाल के दर्शन करने उज्जैन पहुंचे। यहां पर उन्होंने 11 अक्टूबर को होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम को लेकर चल रही तैयारियों का निरीक्षण किया। सबसे पहले उन्होंने बाबा महाकाल का पूजन किया और इसके बाद महाकाल कॉरिडोर में चल रहे कार्यों को देखने के लिए पहुंचे।
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अंतिम चरण में चल रहे कार्यों की स्थिति का जायजा लेते हुए मंत्री ने दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आरटीओ को गाड़ियों की चेकिंग करने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने यह भी कहा है कि ओवरलोडिंग और स्पीड गवर्नर दोनों चीजों पर ध्यान दिया जाए। इस दौरान उन्होंने बताया कि अब गाड़ियों में पैनिक बटन लगाए जाएंगे ताकि जरूरत पड़ने पर सहायता पहुंच सके। भोपाल में शुरू हो रहे हैं कमांड सेंटर की जानकारी भी उन्होंने दी।
बता दें कि पैनिक बटन एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जो एक अलर्ट मोड अलार्म की तरह काम करता है। जैसे ही इस बटन को दबाया जाता है तुरंत ही वायरलेस सिग्नल कमांड सेंटर पर पहुंच जाता है। सिग्नल वहां मॉनिटर कर रहे स्टाफ को आपातकालीन स्थिति की लोकेशन बता देता है। इस तरह से कोई भी आपातकालीन स्थिति चाहे वह मेडिकल इमरजेंसी हो फायर इमरजेंसी या फिर महिला अपराध में इसका उपयोग किया जा सकता है।
इस पैनिक बटन को सभी यात्री वाहनों में लगाने की जानकारी देते हुए मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने स्कूल बसों के फिटनेस की जांच करने के लिए आरटीओ को निर्देशित किया है। उन्होंने कहा है कि बसों को लाइन में खड़ा कर उनके फिटनेस चेक करें। अगर फिटनेस नहीं पाया जाता है तो तुरंत ही रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दें।