MP Weather Update Today : नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से एक बार फिर शुक्रवार से मध्य प्रदेश के मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। इस सिस्टम के प्रभाव से 19 से 21 अप्रैल के बीच भोपाल, जबलपुर,इंदौर और ग्वालियर संभागों के करीब 24 जिलों में गरज चमक के साथ बारिश और आंधी की संभावना जताई गई है।इस दौरान तापमान में भी उतार चढ़ाव देखने को मिलेगा।
मध्य प्रदेश मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आज गुरुवार को प्रदेश के सभी स्थानों का मौसम शुष्क और आसमान साफ बने रहने का अनुमान है। कहीं भी बारिश या आंधी तूफान की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है। हालांकि शाम को बादल छा सकते है, कहीं कहीं बूंदाबांदी हो सकती है, लेकिन 19 अप्रैल से नए सिस्टम के सक्रिय होने ही कुछ स्थानों पर हल्की बारिश के साथ वज्रपात और तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है।23 अप्रैल को इस सिस्टम का असर कम होगा और फिर 24 अप्रैल से गर्मी और लू की आशंका जताई गई है।
अगले 3 दिनों तक इन जिलों बारिश-आंधी
- एमपी मौसम विभाग के अनुसार,पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 19 से 21 अप्रैल के बीच सिवनी, मंडला, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, डिंडोरी, पांढुर्णा और बालाघाट में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होगी। राजधानी भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, झाबुआ,रतलाम, धार, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, देवास, सीहोर, राजगढ़, गुना, अशोकनगर, सागर रायसेन, बैतूल में बारिश की संभावना है।
- 20 अप्रैल को बैतूल, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा और डिंडोरी मेंआंधी के साथ हल्की बारिश हो सकती है। 21 अप्रैल को भोपाल, इंदौर, जबलपुर, धार, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, देवास, सीहोर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, सागर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा और सिवनी में हल्की बारिश होने का अनुमान है।
क्या कहता है मौसम विभाग
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, वर्तमान में एक नया पश्चिमी विक्षोभ ईरान के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है, इसके अतिरिक्त विदर्भ से लेकर कर्नाटक तक एक द्रोणिका भी बनी हुई है। ईरान पर बने पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने से हवाओं से वातावरण में नमी आने लगी है, शुक्रवार से इसका प्रदेश पर असर देखने को मिलेगा।आज एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिससे फिर बारिश-आंधी की स्थिति बनेगी, वही 24 अप्रैल को भी एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत की तरफ बढ़ने के संकेत मिले हैं, ऐसे में अप्रैल अंत में तापमान में बढ़ोत्तरी के आसार कम है।