खस्ताहाल हुई ग्राम जाट विजयपुर मार्ग की सड़कें बनी लोगों के लिए मुसीबत

Amit Sengar
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Neemuch News : जिला मुख्यालय नीमच से 72 किलो मीटर की दूरी पर स्थित जावद विधानसभा क्षेत्र के अंतिम गांव ग्राम पंचायत जाट क्षेत्र जहां से अन्य 3 ग्राम पंचायतों के लगभग 30 से भी अधिक गांवो को जाट से राजस्थान तक जोड़ने वाली मुख्य सड़क जो ग्राम जाट से होकर विजयपुर तक पहुंचती है। जिसमें 24 घंटे आवागमन चालू रहता है। यात्री बसों, स्कूली बसों एवं अन्य दुपहिया एवं चार पहिया वाहनों का आवागमन भी इसी मार्ग से होता है। जाट विजयपुर मार्ग पर रुपपूरा ग्राम के यहां थोड़ी सी बारिश के बाद ही रोड के अगल बगल एवं बीच में बन चुके बड़े-बड़े गड्ढों में पानी एवं कीचड़ जमा हो चुका है। केवल कहने के लिए डामर की पक्की सड़क का नाम है। जबकि वास्तविकता मे सड़क की हालत इतनी अधिक खराब एवं खस्ताहाल हो चुकी है। व हालात ऐसे हैं। कि सड़कों में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क कोई भी कह नहीं सकता। सड़कों में अगल-बगल एवं बीचो बीच बने बड़े- बड़े गड्ढों में गिरकर प्रतिदिन वाहन चालक, स्कूली बच्चे चोटिल हो रहे हैं।

यह है मामला

क्षेत्र के जागरूक व ग्रामीणों एवं पत्रकारों के द्वारा कई बार संबंधित विभाग के अधिकारियों सहित क्षेत्रीय राजनेताओं को जानकारी से अवगत कराने के बाद भी ऐसा लगता है कि ग्रामीण क्षेत्र के राहगीरों की समस्याओं से किसी को कोई सरोकार नहीं है। शायद इसीलिए विकराल हो चुकी इस समस्या के समाधान के लिए कोई भी सुध लेने वाला नही है। सड़क के अगल-बगल एवं बीचो-बीच बड़े- बड़े गड्ढे होने से प्रतिदिन आने जाने वाले राहगीरो को इतनी अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है कि दोपहिया वाहन चालक आए दिन इन गड्ढों में गिर कर बुरी तरह से घायल हो रहे हैं। गांव के पास सड़क के दोनों तरफ पानी की भी कोई निकासी नहीं होने की वजह से बड़े-बड़े गड्ढों में पानी व कीचड़ भरा हुआ है।

खस्ताहाल हुई ग्राम जाट विजयपुर मार्ग की सड़कें बनी लोगों के लिए मुसीबत

ग्रामीणों के अनुसार वाहन चलाना तो बहुत दूर की बात राहगीरों का पैदल चलना भी दूर्भर हो रहा है।अगर समय रहते उक्त सड़क को पैच वर्क कर गड्ढों को नहीं भरा गया तो किसी बड़ी दुर्घटना के होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।
नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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