नीमच, कमलेश सारडा। जानवरों से प्यार करने वाले यूं तो कई लोग आपने देखें होंगे, लेकिन कुछ ही ऐसे होते हैं, जोकि उन्हें अपने घर का सदस्य मानते हैं और अपने बच्चों के जैसे ही उनका भी लालन-पालन करते हैं। ऐसा ही एक उदाहरण नीमच जिले से सामने आया है जो इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां एक परिवार ने गाय की मृत्यु होने पर ना सिर्फ शोक रखा बल्कि भोज का भी आयोजन करवाया।
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मामला जिले के गांव भादवामाता का है। यहां रहने वाले वीर गुर्जर बस के संचालक नरेश गुर्जर द्वारा 2008 में खरीदी गई गाय कि छोटी बच्ची (गौरी) का 14 साल तक पालन पोषण कर किया गया। जिसकी बुधवार को वृद्ध एवं बीमार होने के कारण काफी इलाज कराने के बाद भी मृत्यु हो गई । जिसको विधि-विधान से स्वंय कि निजी जमीन में दफनाने कि अंतिम क्रिया के बाद 4 दिन का शौक रखने के पश्चात शनिवार को गुर्जर द्वारा वेद पाठी ब्राह्मणों से गाय कि आत्म शांति के लिए पूजा पाठ करवाकर 1100 से अधिक व्यक्तियों का ब्रह्मभोज रखा गया।