Neemuch News : एमपी और राजस्थान में ड्रग्स तस्करी गैंग का लीडर कमल राणा को पुलिस ने 19 जून को गिरफ्तार कर लिया लेकिन अब इसमें पुलिस की मिलीभगत के बड़े खुलासे हो रहे हैं। कमल और उसके साथियों से पूछताछ में सामने आया है कि एमपी और राजस्थान पुलिस इनकी मदद कर रही थी। इसके बाद राजस्थान से डिप्टी एसपी सहित 4 कमल राणा पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया जा चुका जुड़े थे जबकि एमपी के 6 पुलिसकर्मियों की भूमिका भी संलिप्त मिली है। जिनमें एक ASI व 5 कांस्टेबल हैं। सोमवार को इनकी रिपोर्ट नीमच एसपी को भेजी गई है। जिनमें केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के कुछ पुलिसकर्मी भी शामिल है।
4 लोगों को किया गिरफ्तार
सोमवार को पुलिस ने प्रतापगढ़ में इस गैंग की मदद के करने के आरोप में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, एसपी अमित बुढ़ानिया ने बताया कि भारत सिंह, हस्तीमल सुतार, सुदीप कुमार और तूफान सिंह से ड्रग्स तो नहीं मिले। हालांकि, इन लोगों पर NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि यह ऐसा पहला मामला है जब बिना रिकवरी एनडीपीएस एक्ट की धाराओं में कार्रवाई की गई।
मुख्यालय स्तर से की जा रही मॉनिटरिंग
बता दें कि गैंग दिल्ली से लग्जरी कारें चुराते थे। वहीं, 10 से ज्यादा जिलों में 28 लाख रुपए के साथ प्रतापगढ़ 48 बैंक अकाउंट फ्रीज किया गया है। इनसे कुछ ही महीनों चित्तौडगढ़ में पकड़े गए कई का ट्रांजेक्शन में करोड़ों में था। इधर, एमपी बॉर्डर पर मादक पदार्थ तस्करी के बड़े सिंडिकेट का खुलासा हुआ है। मुख्यालय स्तर से मॉनिटरिंग की जा रही है।
नीमच से कमलेश सारडा की रिपोर्ट