बर्खास्त आरक्षक पंकज कुमावत को इंदौर सेंट्रल जेल भेजा, कुख्यात तस्कर जयकुमार उर्फ बाबू सिंधी का है साथी

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नीमच, कमलेश सारडा। कुख्यात तस्कर जयकुमार उर्फ बाबू सिंधी का साथी निलंबित आरक्षक पंकज पिता दयाराम कुमावत को जावद उपजेल से सेंट्रल जेल इंदौर भेज दिया गया है। इस दौरान निलंबित आरक्षक पंकज कुमावत को देवास एसपी ने बर्खास्त भी कर दिया था। दरअसल जावद जेल में पंकज से मिलने बार-बार लोग आ रहे थे, जावद जेल में रहते हुए वह नेटवर्क संचालित किए जाने की शिकायत जेल मुख्यालय को हुई थी, जिस पर जेल ट्रांसफर की कार्रवाई हुई है।

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जेल मुख्यालय द्वारा 14 सितंबर 2022 को जेल स्थानांतरण का आदेश जारी हुआ था। पुलिस सुरक्षा बल मिलने पर मंगलवार को उसे जावद जेल से इंदौर सेंट्रल जेल के लिए रवाना कर दिया है। जावद जेल में आरोपी पंकज कुमावत 11 जुलाई से बंद था। वह पुलिस विभाग देवास में कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी के पकडाने के बाद से ही 29 अगस्त 2021 से लगातार गैर हाजिर चल रहा था। देवास एसपी ने कई बार नोटिस जारी किया, लेकिन वह गैर हाजिर रहा। पिछले माह 21 अगस्त को पंकज को पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया था। आरोपी पंकज कुमावत के लिए बर्खाश्त आरक्षक विशाल नरवले बार-बार जेल में मिलने पहुंचा, पुलिस विभाग से बर्खास्त आरक्षक विशाल नरवले और पंकज कुमावत की नजदीकी सामने आई है। विशाल नरवले का करीब तीन वर्ष पहले नीमच से रतलाम स्थानांतरण हो गया था, लेकिन विशाल डयूटी पर नहीं गया। इस स्थिति में विशाल नरवले को पुलिस विभाग से बर्खाश्त कर दिया था। विशाल नरवले बार-बार पंकज से जावद जेल मिलने पहुंचा। विशाल और पंकज के बीच क्या कनेक्शन है, क्या मादक पदार्थों की तस्करी में भी विशाल नरवले लिप्त् है, इस मामले की जांच सीबीएन को करनी चाहिए।

बर्खास्त आरक्षक पंकज कुमावत को इंदौर सेंट्रल जेल भेजा, कुख्यात तस्कर जयकुमार उर्फ बाबू सिंधी का है साथी

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कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी के लिए लाईजनिंग करता था, 7 साल में बनाई 50 करोड की प्रापर्टी—
कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी का पंकज कुमावत साथी था, बाबू उसी के इशारे पर चलता था। पंकज बाबू सिंधी की बंदी पुलिस विभाग में खुद ही बांटता था। एक तरह से बाबू के लिए लाईजनिंग का काम करता था। बीते चार वर्षां से बाबू और पंकज दोनो साथ में मिलकर मादक पदार्थों की तस्करी कर रहे थे, पंकज पुलिस विभाग में रहते हुए पल—पल की खबरें बाबू तक पहुंचाता था, कौन अधिकारी को क्या देना है, किस तरह से सेट करना है, ये काम भी पंकज कुमावत करता था। 7 वर्ष में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी से पंकज ने करीब 50 करोड की संपत्ति हासिल कर ली थी। केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो द्वारा पंकज की प्रापर्टी पर भी सफेमा की कार्रवाई की गई है।*


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Harpreet Kaur

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