नई भूमिका में एसपी, युवाओं को पुलिस और सेना भर्ती के लिए देंगे ट्रेनिंग

Atul Saxena
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निवाड़ी, मयंक दुबे। पुलिस की भूमिका वैसे तो समाज को भयमुक्त वातावरण देना और अपराधियों को सजा दिलाना होता है लेकिन मध्य प्रदेश में कम्युनिटी पुलिसिंग का कॉन्सेप्ट लागू होने के बाद से पुलिस अब सामाजिक सरोकार के कामों में भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही है। मध्य प्रदेश की निवाड़ी जिले की पुलिस ने भी “ऑपरेशन ज्योति” शुरू कर एक ऐसा ही उदाहरण प्रस्तुत किया है।

निवाड़ी जिले के पुलिस अधीक्षक तुषार कांत विद्यार्थी ने आज गुरुवार को ओरछा में “ऑपरेशन ज्योति” के तहत ओरछा एवं निवाड़ी जिले के नवयुवकों को पुलिस एवं आर्मी भर्ती की ट्रेनिंग का उद्घाटन किया।  अपने उद्बोधन में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि निवाड़ी जिले में संसाधनों की कमी के बावजूद भी जिले के युवाओं में पुलिस और आर्मी में जाने के लिए पूरा जोश है, इसी को देखते हुए जो भी युवा पुलिस और आर्मी में भर्ती के इच्छुक हैं निवाड़ी जिला पुलिस उनकी पूरी मदद करेगा।

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एसपी ने कहा कि पुलिस और आर्मी में जाने के इच्छुक युवाओं को पुलिस की तरफ से लिखित एवं शारीरिक परीक्षा की तैयारियां करवाई जाएगी, जिले में प्रशिक्षण केंद्र खोलकर लिखित प्रारंभिक परीक्षा की विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में करवाए जाएंगे और  चिन्हित स्थानों पर फिजिकल ट्रेनिंग की भी तैयारी विशेषज्ञों के निर्देशन में करवाई जाएगी।  आज ओरछा में हुए उद्घाटन के मौके पर भी लगभग 100 से ज्यादा युवाओं ने भाग लिया।  एसपी ने फिजिकल ट्रेनिंग केंद्र का औपचारिक उद्घाटन किया।

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इस दौरान एस पी तुषार कांत विद्यार्थी ने कहा कि अभ्यर्थियों को जो शारीरिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अंतर्गत 5 किमी, 1600 मीटर, 800 मीटर दौड़, लंबी व ऊंची कूद, गोला फेंक व बीम का प्रशिक्षण दिया जायेगा । अभ्यर्थियों को सुबह 6 बजे से 2 घंटे तैयारी कराई जाएगी। जो परीक्षा में अभियान के तहत दिए प्रशिक्षण का उपयोग कर सफलता को प्राप्त कर सकेंगे।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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