MP Election : मध्य प्रदेश में नवंबर के महीने में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसको लेकर आचार संहिता भी मध्य प्रदेश में लागू कर दी गई है। वहीं पुलिस प्रशासन भी काफी ज्यादा सख्त हो चुका है। लगातार नेताओं की सभी गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है। वहीं हाल ही में जानकारी सामने आई है कि चुनावी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए साइबर पुलिस ने अपना तरीका हाईटेक कर दिया है।
पुलिस अपना रही हाईटेक तरीका
जी हां, हाईटेक तरीका अपना कर साइबर पुलिस नेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट्स व्हाट्सएप ग्रुप पर निगरानी बनाएं हुए हैं, ताकि कोई भी अपराध वाला काम ना कर सके, ना ही पैसों का लेनदेन कर सके। दरअसल चुनाव के समय सबसे ज्यादा पैसों का लेनदेन किया जाता है। इतना ही नहीं कई सारे अपराध भी होते हैं, जिन्हें गुपचुप तरीके से दबा दिया जाता है।
लेकिन अब ऐसा ना हो और चुनाव में किसी भी तरह की कोई परेशानियां खड़ी ना हो इस वजह से साइबर पुलिस नेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर अलग-अलग तरीकों से नजर बनाई हुई है। इसके लिए एक विशेष टीम भी बनाई गई है जो 24 घंटे चौकन्ना होकर अपना कार्य कर रही है।
इन लोगों पर सबसे ज्यादा नजर रख रही पुलिस
सबसे ज्यादा उन नेताओं पर निगरानी बनाए हुए हैं जो चुनाव प्रभावित करने वाले संदेश देते हैं, लालच में जाकर वोट देने की अपील का संदेश देते हैं, किसी भी व्यक्ति के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी देते हैं, या हिंसा को भड़काने का काम करते हैं। बड़ी बात यह है कि चुनाव के दौरान अगर कोई आपत्तिजनक गतिविधि करता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
साधारण वेशभूषा में घूम रही पुलिस
ऐसे लोगों पर नजर बनाए रखने के लिए पुलिस के जवान आम लोगों की तरह ही वेशभूषा पहने हुए घूम रहे हैं। ऐसे में उन्हें कोई भी आसानी से पहचान नहीं पा रहा है। यह सभी पुलिस जवान अलग-अलग जगह पर बैठकर निगरानी बने हुए हैं। दरअसल चुनाव के वक्त कोई भी व्यक्ति शराब पैसा और अन्य सामग्री इधर से उधर ना कर सके।
इसलिए निगरानी रखी जा रही है क्योंकि लोगों को अपने झांसे में लेने के लिए और उन्हें आकर्षित करने के लिए तरह-तरह की सामग्री नेताओं द्वारा बटवाई जाती है। ताकि लोग उन्हें वोट दे ऐसे में कई बार विवाद की स्थिति भी बन जाती है और यह चुनाव के लिए बड़ी मुसीबतें खड़ी कर देते हैं। चुनावी माहौल में सभी चुनौतियों से निपटने के लिए मध्यप्रदेश पुलिस पूरी तरह से चौकन्नी है।