रीवा, डेस्क रिपोर्ट। विंध्य के सबसे पुराने ठाकुर रणमत सिंह स्वशासी महाविद्यालय के तीन पूर्व प्राचार्यो को शुक्रवार को जेल भेज दिया गया, इन तीनों पर साढ़े चार करोड़ के घोटाले का आरोप है। मामला सामने आने के बाद EOW ने प्रकरण दर्ज जांच शुरू की थी, EOW ने तीन पूर्व प्राचार्यो का चालान विशेष न्यायालय पीसी एक्ट न्यायालय में शुक्रवार को प्रस्तुत किया गया, पूर्व प्राचार्यो द्वारा जमानत आवेदन लगाया गया था, जिसे न्यायालय ने खारिज कर दिया, लिहाजा तीनो पूर्व प्राचार्यो को मेडिकल के बाद केंद्रीय जेल भेज दिया गया।
यह भी पढ़ें… तेजी से घटेगा वजन, बॉडी भी होगी डीटॉक्स, Diet में शामिल करें ये ड्राइ फ्रूट्स, जानें यहाँ
दरअसल इस मामलें में मानदेय भत्ता पारिश्रमिक प्रश्न पत्र बनाने उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन आदि खर्चो में घोटाला करने के इन तीनों प्राचार्यो पर आरोप लगे थे, EOW ने प्रारंभिक जांच के बाद तीन पूर्व प्राचार्य सहित 19 लोगो के खिलाफ प्रकरण कायम किया था, और कॉलेज में छापा मारकर आर्थिक घोटाले से जुड़े दस्तावेज भी खंगाल कर जब्त किए, दिसंबर 2020 में यह कार्रवाई की गई थी, तत्कालीन प्राचार्य डॉ रामलला शुक्ला,डॉ एस यू खान, और डॉ सत्येंद्र शर्मा सहित 19 लोगो पर आर्थिक अनियमितता के आरोप के साथ एफआईआर दर्ज की गई थी। तत्कालीन प्राचार्यो द्वारा अपने कार्यकल के दौरान लाखो रुपये की अनियमितता की गई थी।
टीआरएस कालेज में अनियमितता की जानकारी सामने आने पर तत्कालीन कलेक्टर डॉ टी इलैया राजा ने जांच टीम गठित की थी,जांच दल ने पाया कि व्यापक अनियमितता हुई है। नियम विरुद्ध भुगतान किए गए, कलेक्टर ने टीम गठित कर कराई जांच की रिपोर्ट शासन को भेजी थी और उसके बाद EOW ने प्रकरण दर्ज कर कालेज पहुंचकर दस्तावेज जब्त किए थे और दो वर्ष तक जांच की थी।