सतना, डेस्क रिपोर्ट। कश्मीर के शोपियां में शहीद हुए कर्णवीर सिंह को अंतिम विदाई दी गई।शहीद कर्णवीर सिंह का अंतिम संस्कार उनके गृह गांव दलदल में राजकीय एवं सैन्य सम्मान के साथ हुआ। बड़े भाई शक्ति प्रताप सिंह ने उन्हें मुखाग्नि दी। उनकी पार्थिव देह कश्मीर से प्रयागराज होते हुए उनके गांव दलदल पहुंची। सैन्य वाहन में सैनिक टुकड़ी शहीद के पार्थिव देह को लेकर जैसे ही गांव की सीमा में दाखिल हुए। देश भक्ति और कर्णवीर अमर रहे के जयकारे गूंजने लगे।
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रास्ते में भी शहीद के सम्मान में लोग सड़कों पर खड़े नजर आए। शहीद के अंतिम दर्शन करने 40 किमी दूर से आए टीचर रामकृष्ण साकेत भावुक हो उठे। उन्होंने एक कविता के जरिए कर्णवीर को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने सम्मान निधि के रूप में 11 हजार रुपए भी दिए।
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सतना के इस रणबांकुरे को अंतिम विदाई देने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी गांव पहुंचे। शहीद को देख सीएम भावुक हो गए। उन्होंने परिवार को सांत्वना देते हुए हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। साथ ही परिवार को एक करोड़ रुपए की सहायता राशि और भाई को नौकरी देने की बात कही। पार्थिव देह गांव पहुंची तो हर गली कर्णवीर जयकारों से गूंज उठी है। सपूत के अंतिम दर्शन को सुबह से ही लोग आने शुरू हो चुके थे। अंतिम संस्कार के दौरान ऐसा लग रहा था मानो पूरा जिला उमड़ पड़ा हो। बुधवार को कश्मीर के शोपियां में दो आतंकियों को ढेर कर देश की रक्षा में सतना के कर्णवीर कुर्बान हो गए थे।