सीहोर, अनुराग शर्मा। कोरोना (corona) की दूसरी और खतरनाक लहर (wave) ने लोगों की हालत खराब कर रखी है। पहले अस्पताल (hospital) और डॉक्टरों के पास इलाज के लिए कतार (queue) तो अब जांचों के लिए लंबी लाइन में लोगों को लगना पड़ रहा है। यही नहीं श्मशान (crematorium) में भी हर रोज बड़ी संख्या में हो रहे अंतिम संस्कारों के कारण वहां पर भी इंतजार (wait) होने लगा है। कई बार इस तरह की स्थिति बनी है।
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इसी दौरान कई लोगों को तो सेठ की बजाय नीचे अंतिम संस्कार करना कुछ ही दिनों में कोरोना की लहर ने सब कुछ बदल कर रख दिया है। हालात यह है कि लोगों को इलाज के लिए परेशान होना पड़ रहा है। अस्पतालों में बेड नहीं है तो वहीं आंख से अंत तक के लिए मरीजों और उनके तीमारदारों की लंबी- लंबी लाइनें लगी हुई है। सभी जगह लोगों को किसी भी छोटे-बड़े काम के लिए कतारों में लगना पड़ रहा है।
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इतना ही नहीं स्थिति इतनी विकट है कि गंभीर हालत होने पर भी लोग अपने परिजनों को भोपाल या किसी अन्य अच्छी सुविधा वाले केंद्र में अस्पताल में बेड नहीं दिलवा पा रहे है। कहीं पर भी जगह नहीं है इसी स्थिति को लेकर कुछ दिन पहले अस्पताल प्रबंधक को नोटिस बोर्ड पर बेड खाली नहीं है का नोटिस भी चस्पा करना पड़ा था।