मुरैना, डेस्क रिपोर्ट। मुरैना स्थित एसबीआई जीवाजीगंज शाखा से लोन के नाम पर 48 लाख रूपये का फर्जीवाड़ा सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, बैंक से 48 लाख का कर्ज लेने वाले युवक की मौत के बाद भी बैंक प्रबंधन ने कोई कार्रवाई नहीं की बल्कि जिस फर्म के नाम पर कर्ज लिया था उसका 48 लाख का माल भी नष्ट कर दिया।
उधर, गारंटर कर्ज लेकर युवक की मौत की सूचना बैंक को लगातार देता रहा, लेकिन बैंक शाखा ने जब उसकी नहीं सुनी तो उसने पुलिस को इसकी सूचना दी। अब गारंटर की शिकायत पर पुलिस ने एसबीआई जीवाजीगंज शाखा के तत्कालीन बैंक प्रबंधक, ऋण अधिकारी व परिजनों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
दरअसल, विनय नगर, ग्वालियर निवासी आशीष शुक्ला ने मुदगल भवन फर्म, जो एक मोबाइल की दूकान थी के नाम पर 48 लाख रुपये का लोन एसबीआइ बैंक जीवाजी गंज शाखा से लिया था। लेकिन, 2021 में आशीष का निधन हो गया। लोन में एबी रोड निवासी शिवप्रसाद शर्मा का मकान गारंटी के रूप में रखा गया था। आशीष की मृत्यु के बाद शिवप्रसाद ने बैंक के अधिकारियों को सूचित किया, लेकिन बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक अशोक सिंह व लोन अधिकारी निष्कर्ष सिंघल ने इसे अनसुना कर दिया।
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दुकान में भरे सामान का भी कोई वेरिफिकेशन नहीं किया गया और न ही इसका बीमा कराया गया था। जिससे शिवप्रसाद को कुछ मिलीभगत होने का शक हुआ। गारंटर शिवप्रसाद ने बैंक के बड़े अधिकारियों व सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत की। इस दौरान आशीष के परिजनों ने दुकान के माल को नष्ट कर डाला।
जब किसी भी तरफ से कोई सहायता नहीं मिली तब जाकर गारंटर शिवप्रसाद ने पुलिस की मदद ली, क्योंकि उसका लाखों रुपये का मकान इस लोन की गारंटी में लगा था। पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बैंक के तत्कालीन प्रबंधक अशोक सिंह, लोन अधिकारी निष्कर्ष सिंहल, मृतक के स्वजन नीतू शुक्ला, मोहित शुक्ला, दर्शनलाल शुक्ला निवासी विनय नगर ग्वालियर, प्रदीप तिवारी कमिश्नर कालोनी मुरैना, रघुवीर तिवारी निवासी जौरा के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज किया है।