शिवपुरी, मोनू प्रधान। कहते हैं जनप्रतिनिधि होना जितने सम्मान की बात है उतनी ही जिम्मेदारी की बात भी है। जनता न केवल इनसे उम्मीदें लगाती है बल्कि इन्हें अपना आदर्श भी मानती है, ऐसे में इनके द्वारा सामाजिक जगहों पर कही गई बातें निश्चित ही नपीतुली और गंभीर होना चाहिए। पर लगता है कोलारस विधायक रघुवंशी इन सभी बातों से खुद को ऊपर मानते हैं और इसलिए क्रिया कर्म और हरमखोर जैसे शब्दों का उपयोग जनता दरबार में कर रहे हैं।
आपको बता दें कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी जनता दरबार लगाने विधानसभा के रांची गांव में पहुंचे थे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार विधायक गांव में पहुंचे जहां ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं सुनाते हुए विधायक के समक्ष रोजगार सहायक शिवराज धाकड़ की शिकायतें रखी। शिवराज को विधायक रघुवंशी के दौरे की जानकारी थी पर इसके बाबजूद वह जनता दरबार में नहीं पहुंचा।
यह भी पढ़ें…लोक अभियोजन अधिकारी अपराधियों को सजा दिलाने में पीछे न रहे – डॉ. मिश्र
धाकड़ के विधायक जी द्वारा लगाए गए जनता दरबार न पहुंचने की वजह से रघुवंशी जनता की समस्याओं को लेकर सवाल-जबाब नहीं कर पा रहे थे जिस वजह से विधायक जी ने धाकड़ को गुस्से में फोन लगाया। इतना ही नहीं रघुवंशी ने धाकड़ को फोन लगाकर धमकी देते हुए कहा कि, “आजा नहीं मैं तो क्रिया-कर्म भी कर देता हूं, सब जानते हो मेरे बारे में”। इसके बाद फोन काट कर रघुवंशी ने ग्रामीणों से बात करते हुए धाकड़ हरामखोर भी कह डाला और यह भी बता डाला की में 2 साल में एक बार आया हूं, क्या विधायक 400 गांव में रोज़ जाएगा क्या विधायक हिम्मत कैसे हुई इनकी? हालांकि अभी यह वीडियो वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।