सरकार से जनता का सवाल,क्यों 15 साल में भी नहीं बन पाया 100 किलोमीटर का सीधी-सिंगरौली NH 39 ?

Gaurav Sharma
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सिंगरौली,राघवेन्द्र सिंह गहरवार। जिले में चुने हुए जनप्रतिनिधियों के द्वारा जब से भाजपा की सरकार आई है पुलिस विभाग में थाने से लेकर चौकी तक खूब तबादला उद्योग चलाया गया, यहां तक एक कोरोना योद्धा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को हटवाने के लिए जनप्रतिनिधि लोग मुख्यमंत्री तक गुहार लगाने में भी पीछे नही हटे।

यैसे में अब सिंगरौली की जनता जनप्रतिनिधियों से सवाल पूछ रही है कि एक पुलिस अधिकारी को हटवाने के लिए भाजपा के नेतागण जनप्रतिनिधि मुख्यमंत्री तक चले गए लेकिन जिस जनता ने उन्हें वोट देकर विजयी बनाया क्या उस आम जनता की मूलभूत समस्या के बारे में कितना काम जनप्रतिनिधियों ने किया या कितने बार उनके द्वारा मुख्यमंत्री या गृहमंत्री से सिंगरौली की समस्या युवा बेरोजगारी,प्रदूषण,स्वास्थ, सड़क के बारे में मिलकर अवगत कराया गया। वही सिंगरौली की जनता ये भी पूछ रही है कि आखिर केन्द्र और राज्य में भाजपा की सरकार के साथ साथ विधायक सांसद भाजपा के है फिर सालो से NH 39 सड़क आज तक अपने बदहाली पर रो रहा है,वही जिले के अंदर भी सड़को का यही हाल है चाहे परसौना रजमिलान सड़क की बात कर ली जाए जो पूरी तरफ से गड्ढों में तब्दील हो गई है थोड़ा सा भी अगर बारिश हो जाये तो समझ नही आता कि सड़क है या छोटे छोटे तालाब

वही हम नगर पालिक निगम सिंगरौली की सड़कों की बात करे तो एक सड़क को नगर पालिक निगम सिंगरौली के द्वारा अब तक 5 से 6 बार खुदाई की जा चुकी है कभी मीठे पानी पाइप लाइन के लिए तो कभी सीवरेज पाईप लाइन तो कभी 4g नेटवर्क केबिल के खुदाई की जाती है या ये कहे कि नगर पालिक निगम द्वारा एक सड़क पर करोड़ो का राजस्व खर्च किया जाता है जिससे नगर निगम के अधिकारी को कमीशन और उनके शुभचिंतको को ठेकेदारी मिल सके।

15 वर्ष में भी नही बन पाया 100 किलोमीटर का सीधी सिंगरौली NH 39

आप भी हैरान होंगे कि आखिर किस रफ्तार से सीधी सिंगरौली NH 39 का कार्य हो रहा है कि 15 वर्षो में 100 किलोमीटर की सड़क अब तक नही बन पाई। वही जनप्रतिनिधियों का बयान इस समय काफी सुर्खियो में जो आये दिन अखबार में नजर आता है और उनका कहना रहता है कि 10 दिन में NH 39 का कार्य शुरू हो जायेगा। लेकिन खुद भाजपा सांसद रीति पाठक का कार्यकाल लगभग 7 वर्ष होने को है लेकिन उनका कहा 10 दिन आज तक नही आया। येसे में सोशल मीडिया पर सांसद रीति पाठक के बयान को यूजर्स  ने ट्रोल करना शुरु कर दिया है। साथ ही पूछ रहे हैं कि वो कौन सा 10 दिन आपने कहा था जो 7 वर्ष में भी नही आया। वही आपको बता दें कि सड़क को लेकर आये दिन अखबारों की सुर्खियों में सांसद नजर तो आती है, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि आज तक सड़क का कार्य शुरू नही हुआ। वही अगर किसी को सीधी से सिंगरौली या सिंगरौलि से सीधी आना जाना रहता है तो NH 39 की जगह दूसरे रास्तों से होकर आते जाते है यह वही मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सपनो का सिंगापुर है जहाँ की जनता मूलभूत सुबिधाओं से वंचित है और जनप्रतिनिधि तबादला उद्योग और खुद का ठेकेदारी चलाने में मस्त है यह वही मध्यप्रदेश का एक जिला है जो सबसे राजस्व केन्द्र और राज्य सरकार को देता है यह वही मध्यप्रदेश का जिला है जिसे मुख्यमंत्री कहते है कि हमारे यहाँ की सड़कें अमेरिका से अच्छी है।

एक हफ्ते में फिर से गड्ढों में तब्दीली परसौना रजमिलान सड़क

बता दें कि परसौना रजमिलान सड़क से होकर रोजना सैकड़ो भारी वाहन ट्रेलर हाइवा एस्सार पॉवर लिमिटेड कंपनी में कोयले का परिवहन कर रहे हैं, जिससे सड़क गड्ढों में पूरी तरफ तब्दील हो चुकी है, जिससे छोटे वाहनों,2 पहिया वाहन चालकों को आवागमन में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। कई बार गड्ढों में पानी भरा होने के कारण या रात के समय गड्ढे का अनुमान न लग पाने से लोग दुर्घटना का शिकार हो जाते है। वही इस सड़क को लेकर एसडीएम बैढन से एमपी ब्रेकिंग न्यूज के रिपोर्टर ने बात कि थी, जिसके बाद सड़क का मरम्मत करवाते हुए एस्सार कंपनी द्वारा गड्ढो में गिट्टी डाला गया था। लेकिन महज एक सप्ताह में गिट्टिया तीतर बितर हो गई और एक बार फिर सड़क गड्ढो में तब्दील हो गई।  आपको बता दे कि परसौना से लेकर बन्धौरा तक सड़क मरम्मत की जिम्मेदारी एस्सार कंपनी की है, लेकिन कंपनी के जिम्मेदार अधिकारी है कि उनके कान पर जूं तक नही रेंगता। वही एस्सार कंपनी के अधिकारी ये कहते है कि सड़क मरम्मत का काम जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों का है हमारा नही या ये कहे कि कंपनी भी अपने तरफ से पलड़ा झाड़ रही है यैसे में जर्जर सड़को का मरम्मत कौन करवाये बहुत बड़ा सवाल है।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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