सिंगरौली//राघवेन्द्र सिंह गहरवार। पुलिस अधीक्षक (Singrauli SP) वीरेंद्र कुमार सिंह के दिशा निर्देश, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर के मार्गदर्शन एवं SDOP मोरवा राजीव पाठक के सतत निगरानी में पोर्न साइड से न्यूड वीडियो (Nude Video) बनाकर लोगों को ब्लैकमेल करने वाले शातिर 15 वर्षीय नाबलिक हैकर साइबर अपराधी को गिरफ्तार करने में मोरवा TI मनीष त्रिपाठी के नेतृत्व में उनकी टीम को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता मिली है। मोरवा पुलिस की सक्रियता से एक सप्ताह के अंतराल में दो शातिर सायबर अपराधी सलाखों के भीतर पहुंच गए।
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घटना की जानकारी में मोरवा टीआई मनीष त्रिपाठी ने बताया कि गत दिवस एक 21 वर्षीय पीड़ित युवक मोरवा थाने आकर रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि प्रियंका नाम की लड़की उसका Whatsapp से न्यूड वीडियो बना कर रिकॉर्ड कर ली है और लगातार उससे पैसे की मांग कर ब्लैकमेल कर रही है। साथ ही बताया कि उसके पड़ोस में रहने वाला एक लड़का जो सॉफ्टवेयर का बहुत जानकार है वह वीडियो को वायरल होने से रोक लेता है जो अभी तक वॉयरल होने से रोकता रहा था लेकिन अब उसने भी हाथ खड़े कर लिए और बताया कि अब वह उस वीडियो को वायरल होने से रोक नही पाएगा।
इसके बाद से वह मानसिक व समाजिक रुप से काफी परेशान है मामले की गंभीरता को समझते हुए अज्ञात आरोपी के खिलाफ आई पीसी व आईटी एक्ट के कई धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू कर दिया गया।विवेचना, पूछताछ एवं पुलिस साइबर एक्सपर्ट की सलाह व मदद से मोरवा पुलिस को एक सुराग मिला कि जो बालक साफ्टवेयर के माध्यम न्यूड वीडियो को रोकने की बात कर रहा है, वास्तव में इस ब्लैकमेलिंग में उसकी भूमिका हो सकती है। पुलिस साइबर एक्सपर्ट से मिली इस जनकारी के बाद मोरवा पुलिस ने नाबालिक बालक को पुलिस अभिरक्षा में लेकर जब कड़ाई से पूछताछ किया तो उसने सारा गुनाह बोलते तोते की तरह सुना दिया।
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मोरवा टी आई श्री त्रिपाठी के अनुसार सॉफ्टवेयर का काफी जानकार नाबालिग अपराधी ने स्वीकार किया कि उसने text now app जिसे भारत सरकार ने एक वर्ष से प्रतिबंधित कर दिया है को उसने वीपीएन ऐप के माध्यम से अपनी लोकेशन यूएई में दिखाकर प्ले स्टोर से घर से बैठे-बैठे डाउनलोड कर लिया था इसी ऐप में नाबालिक ने फेक व्हाट्सएप आईडी बना कर अपना नाम प्रियंका रखकर एवं नंबर सेलेक्ट कर कई लोगों को व्हाट्सएप कॉल करके अश्लील चैट करता और उनका न्यूड वीडियो बनाकर उनसे पैसे मांगता था और जो पैसे नही देता तो उन्हे वह न्यूड वीडियो को उनके परिचितों को भेज देने की धमकी देता और पैसे ऐंठता था।
G mail एकाउंट से लोगों का कलेक्ट करता था मोबाइल नंबर
गिरफ्तार नाबालिक हैकर व साइबर अपराधी ने स्वीकार किया कि वह लोगों के जीमेल अकाउंट को हैक करके उनका मोबाइल नंबर निकाल लेता था और अपनी सिम का कहीं प्रयोग नहीं करता था। नाबालिग आरोपी के अनुसार वह यूएसए के अलग-अलग नंबर प्रयोग कर व्हाट्सएप आईडी बना कर लगातार चैट व न्युड वीडियो बनाता था।
अब तक बनाए 14 फर्जी व्हाट्सएप आईडी
मोरवा पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपी ने बताया कि अब तक वह कुल 14 फर्जी व्हाट्सएप आईडी बना चुका है जिसके प्रतिबंध व बंद होने के बाद उसने वर्तमान में पुनः एक नई आईडी बनाया था जिस आईडी से वह ब्लैकमेलिंग करने के दौरान पुलिस के शिकंजे में आ गया।
वीडियो वायरल करने की करता था ब्लैकमेलिग
पुलिस के अनुसार नाबालिग अपराधी इतना शातिर है कि लोगों का न्यूड वीडियो बनाने के बाद का प्रियंका नाम की आईडी से वीडियो वायरल ना करने के नाम पर जहां लोगों को ब्लैकमेल करता था तो नहीं अपने वास्तविक नाम से पीड़ित लोगों को सॉफ्टवेयर के माध्यम से वीडियो को वायरल होने से रोकने के एवज में मोटी रकम की डिमांड करता था।
क्रिप्टो करेंसी से खरीदा था खतरनाक हैकिंग सॉफ्टवेयर
ज्ञात हो कि आरोपी इतना शातिर माइंड है कि उसने क्रिप्टो करेंसी से डार्कवेव के माध्यम से खतरनाक हैकिंग सॉफ्टवेयर को खरीद कर उसका इस्तेमाल कर रहा था महज 15 वर्ष के आयु व दसवीं कक्षा तक शिक्षित गिरफ्तार शातिर नाबालिक अब तक आधा दर्जन लोगों को कर चुका है ब्लेकमेल। महज 15 वर्ष के लड़के के द्वारा हैकर व साइबर अपराध की संलिप्तता सुन पुलिस सहित आमजन के भी कान खड़े हो गए।
कार्यवाही में इनकी रही भूमिका
हैकर व साइबर अपराधी को गिरफ्तार करने में मोरवा टीआई मनीष त्रिपाठी, उपनिरीक्षक सरनाम सिंह बघेल,विनय शुक्ला, रूपा अग्निहोत्री, सहायक उपनिरीक्षक ज्ञान सिंह, प्रधान आरक्षक अरविंद चौबे,संजय सिंह अर्जुन सिंह, आरक्षक सुबोध तोमर, राहुल साहू व साइबर सेल बैढ़न से आरक्षक दीपक परस्ते की मुख्य भूमिका रही।