NH 39 की दुर्दशा को लेकर युवाओं ने निकाली जनआक्रोश पदयात्रा

Amit Sengar
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सिंगरौली,राघवेन्द्र सिंह गहरवार। मध्यप्रदेश का सिंगरौली (Singrauli) जिला जिसे सोने की चिड़िया कहा जाता है यही कारण है कि यह सिर्फ एक चारागाह बनकर रह गया है। यहाँ अधिकारी,कर्मचारी या नेता सिर्फ अपना जेब भरने व विकास करने में लगे रहते हैं। जनता की समस्या को देखने व सुनने वाला कोई नही है। अक्सर देखा जाता है कि जनता अपनी फरियाद लेकर जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों तक दौड़ती रहती है लेकिन सिवाए निराशा के उसे कुछ हासिल नही होता।

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”