ओरछा| मयंक दुबे| निवाड़ी जिले के आगे ‘ओरछा धाम’ का नाम जोड़ने पर सियासी सरगर्मी अब जनाक्रोश में तब्दील होती जा रही है| दरअसल सूत्र बताते है कि सरकार जिले के नाम के आगे ओरछा धाम का नाम जोड़ना चाह रही है क्योकि ओरछा बुंदेलखंड की पुरानी राजधानी रही है यही से बुन्देखण्ड की पन्ना दतिया बड़ौनी समेत कई रियासतों का संचालन होता था साथ ही यह बुन्देलखण्ड की अयोध्या कही जाती है ।
धार्मिक व पुरातात्विक नगरी होने के चलते यह पर्यटन के क्षेत्र में भी विश्व पटल पर भी अपनी विशिष्ट पहचान रखता है । क्षेत्रवाद की राजनीति करने कुछ नेता इस मुद्दे को लेकर अपनी राजनैतिक रोटिया सेकना चाह रहे है पर ,निवाड़ी का आमजन रामराजा की नगरी के नाम के व सरकार के निर्णय के साथ है| उधर धार्मिक व पर्यटन नगरी ओरछा में इन छुटभैये नेताओ की क्षेत्रवाद की राजनीति को लेकर आक्रोश है युवा पीढ़ी सड़को पर आ गई है, ज्ञापन दिए जा रहे है |
निर्णय जल्दी ले सरकार
बात अगर आगे बढ़ती है तो चक्काजाम धरना आंदोलन पुतलदहन की नौबत भी आ सकती है | इस मुद्दे को लेकर युवा पीढ़ी दलगत राजनीति से ऊपर एक मंच पर आ गई है सरकार को चाहिए की स्तिथि विस्फोटक बने उससे पूर्व ही ओरछा धाम का नाम निवाड़ी जिले के साथ जोड़ दिया जाए ।।।