Travel Tourism : मध्य प्रदेश को देश का दल कहा जाता है। यहां काफी सारे ऐतिहासिक, प्राकृतिक और धार्मिक स्थल है। जो देश ही नहीं दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यहां दूर-दूर से लोग घूमने के लिए आते हैं। खास बात यह है कि एमपी घूमने के लिए इस साल लोगों की रुचि ज्यादा देखने को मिल रही है। काफी ज्यादा लोग मध्यप्रदेश घूमने के लिए आ रहे हैं। सबसे ज्यादा लोग इस ठंड के मौसम में पंचमढ़ी जैसे सुंदरमय वादियों की सैर करना पसंद कर रहे हैं।
वहीं वाइल्ड लाइफ में इंटरेस्ट रखने वाले लोग सतपुड़ा के घने जंगलों की सैर कर रहे हैं। इसके अलावा मध्यप्रदेश में नर्मदा नदी पर बने मनमोहक झरने, बांधवगढ़, कान्हा टाइगर रिज़र्व जैसे से कई टाइगर रिजर्व मध्य प्रदेश में है जो सैलानियों को आकर्षित कर रहे हैं। अगर आप भी ठंड में कम खर्च में बेहतरीन इंजोर करना चाहते हैं और नए साल में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो मध्यप्रदेश कि इन जगहों पर जाना ना भूले। ये बेहद खूबसूरत और मजेदार हो सकती है। चलिए जानते हैं मध्यप्रदेश कि उन 5 जगहों के बारे में जहां का नजारा काफी आकर्षित और मनमोहक है।
ये है मध्यप्रदेश कि 5 सबसे खूबसूरत जगह –
हिल स्टेशन पचमढ़ी-
मध्यप्रदेश का सबसे सुंदर पर्यटन स्थल पंचमढ़ी एक हिल स्टेशन है। यहाँ की खूबसूरत वादियां लोगों का मन मोह लेती है। यहां झरने भी है जिसे देख कर लोगों का दिन बन जाता हैं। आप भी अगर एमपी में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो सर्दियों में हिल स्टेशन पचमढ़ी की सैर कर सकते हैं। यहां आपको कई धार्मिक स्थल भी मिल जाएंगे। साथ ही यहां का खूबसूरत नजारा देख आपका वापस जाने का मन नहीं होगा। यहां आप अपने पार्टनर के साथ रोमांटिक पलों का मजा भी ले सकते हैं। सर्दियों का मौसम यहां आने के लिए बेस्ट है। आपको बता दे, नरसिंहपुर जिले के पिपरिया से पचमढ़ी की दूरी महज 56 किमी है। आप सीधा भोपाल से भी यहां जा सकते हैं। आप चार पहिया वाहन से पचमढ़ी आसानी से पहुंच सकते हैं। साथ ही रेल मार्ग से भी आप यहां जा सकते हैं।
सांची स्तूप –
मध्यप्रदेश का सांची स्तूप बेहद खूबसूरत जगह में से एक है। यहां घूमने के लिए लाखों लोग सालभर में आते हैं। यहां के नजरें बेहद खूबसूरत है। अमूल्य धरोहर के चलते यह विश्व विरासत के नक्शे आपको देखने के लिए मिल जाते हैं। भोपाल से ये सिर्फ 45 किलोमीटर दूर हैं। यहां सांची में भगवान बुद्ध के स्तूप हैं। लोग सबसे ज्यादा यहां आकर स्तूपों में छिपे भगवान बुद्ध के संदेशों को तलाशते हैं। आप यहां रेल मार्ग से भी आ सकते हैं। सांची पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन विदिशा है। नहीं तो आप भोपाल से सीधा 4 व्हीलर से भी पहुंच सकते हैं। मध्यप्रदेश के बाहर से आ रहे हैं तो भोपाल का राजा भोज विमानतल नजदीकी एयरपोर्ट है।
खजुराहो –
मध्यप्रदेश का खजुराहो एक मंदिरों का शहर है जहां आपको कई धार्मिक स्थल देखने के लिए मिलते हैं। यहां आपको मंदिरों की सुंदरता और नकाशी देखने को मिलती है। नए साल में आप यहां सैर करने के लिए आ सकते हैं। यहां सिर्फ देश ही नहीं विदेशों से लोग घूमने के लिए आते हैं। इन मंदिरों में की गई नक्काशी और मूर्तियां देखकर एक बारगी लोग सोच में पड़ जाते हैं कि आखिर उस दौर में ये मंदिर कैसे बने होंगे। आप भी यहां एक बार जरूर आए। आप यहां रेल से और अन्य वाहन साधनों से आसानी से आ सकते हैं। खजुराहो में 85 से ज्यादा मंदिर हुआ करते थे, हालांकि अब केवल 25 मंदिर सही सलामत हैं।
मांडू के महल –
धार जिले में विंध्य की पहाड़ियों पर मौजूद इस पर्यटक स्थल के अंदर कई ऐतिहासिक धरोहर है। यहां करीब 25 से ज्यादा महल है। ये पूरा पहाड़ों से घिरा हुआ है। यहां पर आने वाले पर्यटक यहां की खूबसूरती और नज़रों में ही खो जाते हैं। यहां की सौन्दर्यता और इतिहास लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है। मांडू में राजा बाज बहादुर और रानी रूपमती की प्रेम कहानी इतनी मशहूर है जो आज भी पर्यटकों को सुनाई जाती है। यहां का रानी रूपमती महल भी आकर्षण का केंद्र है। इसके अलावा यहां रोजाना हिंडोला महल में लाइट शो का आयोजन किया जाता है। जो पर्यटकों को बेहद पसंद आता है। आप भी यहां जाकर प्रकृति के साथ यहां के इतिहास के बारे में भी जान सकते है साथ ही मानसून का पूरा लुफ्त आपको यहां उठाने को मिल जाएगा। इसके अलावा यहां की इमली भी बेहद फेमस है। अगर एक बार खा लें तो उसका स्वाद कभी नहीं भुला पाएंगे।
गुलावट लोटस वैली –
गुलावट को लोटस वैली इसलिए कहा जाता है क्योंकि यहां कमल की खेती होती है। दूर दूर से लोग इसे देखने के लिए और प्रकृति का मजा उठाने के लिए आते हैं। सबसे ज्यादा लोग यहां पर फोटोशूट करवाने के लिए आते हैं। साल भर गुलावट में काफी ज्यादा पर्यटकों की भीड़ रहती है। रोजाना यहां 5 से 6 प्री वेडिंग फोटोशूट हो जाते हैं। खास बात ये है कि गुलावट में जीप, साइकल, फोटोशूट के लिए अच्छी लोकेशन और हरियाली मिल जाती है। इसके अलावा एक ब्रिज भी बना हुआ है जहां से लोटस वैली का नजारा काफी खूबसूरत देखने को मिलता है। गुलावट लोटस वैली इंदौर से 25 किलोमीटर की दूरी पर गुलावट गांव में बसा हुआ है। यहां कमल की खेती की जाती है। तालाब के किनारों पर बांस के बड़े-बड़े पेड़ देखने को मिलते हैं। गांव का यह प्राकृतिक दृश्य बेहद खूबसूरत है। इसे देखने के लिए दूर दूर से लोग आते हैं।