उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। बीते दिन उज्जैन (Ujjain)-उन्हेल (Unhel) रोड पर झिरन्या फंटे पर स्कूल टैंपो ट्रैक्स और ट्रक की जोरदार भिंडत में 4 स्कूली बच्चों की मौत हो गई। जिसके बाद गांव उन्हेल के सभी लोग सदमे में है। 24 के बाद भी इस सदमे से कोई उभर नहीं पा रहा है। जब इन चारों बच्चों की अर्थी भारी बारिश के बीच शाम को निकली तो आंसुओं की झड़ी बह गई। चारों बच्चों का साथ में अंतिम संस्कार किया गया। इस हादसे के बाद बच्चों के परिजन खुद को संभाल नहीं पा रहे हैं। किसी के भी आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे। जिन चार बच्चों की मौत इस हादसे में हुई है वो सभी उन्हेल के रहने वाले बच्चे थे।
रो उठा उज्जैन शहर –
चारों बच्चों की उम्र बहुत कम थी। इसमें से एक बच्चा इकलौता था वहीं एक ने चार महीने पहले ही अपना स्कूल बदला था। इतना ही नहीं एक बच्ची की उम्र मात्र 6 साल की थी। इन सभी बच्चों के परिजन बेसुध है। पूरे गांव में मातम छाया हुआ है। सभी बाजार भी बंद है। इन चारों बच्चों की मौत ने सभी का दिल दहला दिया है। पूरा उज्जैन शहर के साथ उन्हेल गांव के लोग रो उठे हैं।
मुसीबतों में Sapna Choudhary, गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने का आदेश, जानें पूरा मामला
बता दे, जब इन बच्चों की डेथ बॉडी गांव पहुंची थी तो पूरा गांव इकठ्ठा हो गया था। चारों बच्चों को एक साथ अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। हालांकि 11 और बच्चे है जो बुरी तरह इस हादसे में घायल हुए है। इन सभी बच्चों को इंदौर, उज्जैन, नागदा के अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। वहीं ट्रक ड्राइवर और टैक्सी ड्राइवर दोनों को पुलिस ने अपनी हिरासत में ले रखा है।
इन बच्चों की हुई मौत –
मृत छात्र भाव्यांश (13) ने एक महीने पहले ही स्कूल बदला था और एडमिशन नागदा के फातिमा स्कूल में करवाया। वहीं छात्रा इनाया नंदेड़ा (6) की मौत के बाद परिजन बेसुध हालत में है। सबसे ज्यादा मां की हालत ख़राब है। इस बच्ची की मां सिर्फ अपनी बच्ची को वापस पाना चाहती है। उमा (15) की मौत से भी परिजन बेसुध है वह हमेशा अपने भाई के साथ स्कूल जाती थी। इस हादसे में भाई बच गया लेकिन वो घायल है उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इसके अलावा सुमित (18) की मौत हुई। ये परिवार का इकलौता बेटा था। इसकी मौत के बाद पूरा परिवार सदमे में है।