उज्जैन। योगेश कुल्मी| Ujjain News सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) के बाद विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर (Mahakaleshwar Temple) के दरबार का शुद्धिकरण किया गया| पूरे मंदिर परिसर को शुद्ध जल से धोया गया और बाबा को पंचामृत अभिषेक कराया गया| मंदिर में सूर्य ग्रहण के दौरान प्रातः 10.00 बजे से दोपहर 2.00 बजे तक पट बंद रहे| तत्पश्चात मन्दिर एवम पूर्ण परिसर का शुद्धिकरण, धुलाई आदि की गई | इसके बाद दर्शन प्रारम्भ हुए|
मंदिर में 10.30 बजे होने वाली भोग आरती दोपहर लगभग 3.15 बजे हुई| इसी क्रम में प्रातः 7.30 बजे की ददयोदक आरती में दही चावल के स्थान पर फल एवं शक़्कर अर्पित किए और संध्या आरती में महाकाल को भांग श्रंगार से सजाया गया ।
आषाढ़ी अमावस्या पर रविवार को तीर्थ नगरी उज्जयिनी में सूर्य ग्रहण साढ़े तीन घंटे तक दिखाई दिया। ग्रहण काल में ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर को छोड़कर अन्य मंदिरों के पट बंद रहे। यहां गर्भगृह में पुजारियों ने जाप किए।