Ujjain News Fire: उज्जैन के गोंदिया ट्रेचिंग ग्राउंड में अचानक ही भीषण आग लगने की जानकारी सामने आई है और प्लांट में रखे हुए प्रोसेस मटेरियल में यह आग लगी है। आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने का प्रयास किया लेकिन आग पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है।
पिछले साल भी अप्रैल के महीने में यहां पर आग लगी थी जिस पर काबू पाने के लिए 30 घंटे की कड़ी मशक्कत की गई थी तब जाकर इसे बुझाया जा सका था।
Ujjain के ट्रेचिंग ग्राउंड में आग
चिंतामण मंदिर के आगे ग्राम गोंदिया मौजूद है जहां पर नगर निगम का ट्रेचिंग ग्राउंड बना हुआ है। शनिवार को यहां पर अचानक आग लग गई जिस पर काबू पाने के प्रयास किए जा रहे हैं। यहां पर एक निजी कंपनी द्वारा कचरा प्रोसेसिंग प्लांट के जरिए खाद और आरडीएफ बनाया जाता है।
कचरे में लगी आग का धुआं 2 किलोमीटर दूर से ही दिखाई दे रहा है और हवा के कारण आग फैलती जा रही है जिसने अन्य जगहों पर को भी अपनी चपेट में ले लिया है। जानकारी के मुताबिक प्रोसेस किए हुए माल को कटिंग कर रखा गया था और चिंगारी लगने से यह पूरी आग लगी है। आग लगते ही मौके पर मौजूद उपकरणों से इसे बुझाने का प्रयास किया गया। सूचना मिलते ही दमकल भी मौके पर पहुंच गई थी और फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है। कुछ जगह आग सुलग रही है जिसके चलते दमकल की गाड़ियों को मौके पर ही रोका गया है।
पिछले साल लगी थी भीषण आग
पिछले साल अप्रैल के महीने में भीषण आग लगी थी। इस पर काबू पाने में 30 घंटे से ज्यादा का समय लगा था और काफी मशक्कत के बाद इसे नियंत्रण में लाया जा सका था। प्लांट पूरी तरह से बर्बाद हो गया था और कुछ दिनों तक शहर के कचरे का निष्पादन नहीं किया जा सका था।
कचरा प्रोसेसिंग यूनिट को वापस शुरू होने में करीब 1 महीने का वक्त लग गया था और पिछली बार हुए हादसे से सबक लेते हुए इस बार आग को फैलने से पहले ही काबू में ले लिया गया।
रोज निकलता है 200 टन कचरा
उज्जैन शहर में 54 वार्ड है और यहां पर हर रोज घर-घर से कचरा गाड़ी द्वारा कचरा एकत्रित किया जाता है। लगभग 200 टन कचरा रोज सब स्टेशन से होते हुए गोंदिया ट्रेचिंग ग्राउंड पहुंचाया जाता है, जहां पर इसे खाद बनाने के लिए प्रोसेस किया जाता है।