उज्जैन। लोकायुक्त की लगातार कार्रवाई के बावजूद रिश्वतखोरों से रिश्वत का मोह नहीं छूठ रहा है| भ्रष्टाचार का ऐसा बोलबाला है कि छोटे से लेकर बड़े काम बिना लेनदेन के होना नामुमकिन ही है| ताजा मामला मध्य प्रदेश के उज्जैन से सामने आया ���ै, जहां एक महिला डॉक्टर के हाथ रिश्वत के रंग से लाल हो गए| गर्भपात के बाद महिला की सफाई के लिए डॉक्टर ने रिश्वत की मांग की थी| लोकायुक्त ने कार्रवाई करते हुए डॉक्टर को रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया|
जानकारी के मुताबिक लोकायुक्त पुलिस ने ग्राम नरवर के सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में पदस्थ महिला डॉक्टर हुमा रहमान को 3500 रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। डॉक्टर रहमान ने यह राशि क्षेत्र की एक महिला के गर्भ की सफाई के नाम पर मांगी थी। गर्भपात के बाद महिला की सफाई के लिए डॉक्टर ने पांच हजार रुपए की मांग की थी, मगर 3500 रुपए लेने को राजी हो गई थी। लोकायुक्त में शिकायत के बाद कार्रवाई की गई। सामुदायिक केंद्र के पूर्व रोगी कल्याण समिति सदस्य को भी आरोपी बनाया गया है।
नरवर निवासी प्रकाश शर्मा ने शिकायत की थी कि उसकी पत्नी खुशबू शर्मा को गर्भपात हो गया था। इसके बाद वह सफाई के लिए नरवर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गया था, जहां पदस्थ महिला चिकित्सक डॉ. हुमा रहमान ने पांच हजार रुपए की मांग की। रुपए नहीं देने पर सफाई करने से इंकार कर दिया था। इस पर शर्मा ने लोकायुक्त को शिकायत की थी।डॉक्टर ने अपने सहयोगी मायाराम से बात करने की बात कही थी। मायाराम से जब बात की, तो उसने डॉक्टर के हवाले से 5 हजार रुपए देने को कहा। बाद में 3500 रुपए देना तय हुआ। इस पर मंगलवार दोपहर 2 बजे के करीब शिकायतकर्ता प्रकाश शर्मा व पत्नी खुशबू शर्मा ने अस्पताल पहुंचकर डॉक्टर रहमान को रिश्वत की राशि दी। डॉक्टर ने रुपए को लेकर अपनी दराज में रख लिए। तभी लोकायुक्त की टीम पहुंची और दराज से रुपए जब्त कर लिए और डॉक्टर के हाथ धुलवाए तो हाथ लाल हो गए|