महाशिवरात्रि के मौके पर उज्जैन में वर्ल्ड रिकार्ड की तैयारी

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उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। उज्जैन बाबा महाकाल की नगरी में इस बार महाशिवरात्रि के अवसर पर 21 लाख दीपक जलाए जाएंगे। 1 मार्च को महाशिवरात्रि के मौके पर  शिव ज्योति अर्पणम महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। इस पूरे आयोजन का वर्ल्ड रिकार्ड भी बन सकता है, दरअसल बड़े स्तर पर हो रहे इस आयोजन में  क्षिप्रा नदी के तट पर 13 लाख दिए जलाने के लिए 120 सेक्टर बनाए गए हैं। इसके लिए 17 हजार स्वयंसेवी को जिम्मेदारी दी जा रही है। यहां लगभग 2 लाख श्रद्धालु मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान भी शामिल होकर दीपक प्रज्वलित करेगे।

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खास बात यह है कि बड़े पैमाने पर आयोजित इस कार्यक्रम मे स्वच्छता का खास खयाल रखा गया है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर शिव ज्योति अर्पणम महोत्सव में जीरो वेस्ट’ को लक्ष्य बनाया गया है, स्वयंसेवकों को पहचान पत्र क्यूआर कोड एप के माध्यम से रीसायकल पेपर से बनाए जायेंगे। महोत्सव के बाद दीयों का होम कम्पोस्टिंग, मटके, कुलहड़ आदि बनाने उपयोग किया जाएगा। वही इस कार्यक्रम में बचे हुए तेल का गौशाला आदि में इस्तेमाल किया जाएगा। तेल की खाली बोतलों का 3-R प्रक्रिया के माध्यम से दोबारा उपयोग होगा। मोमबत्तियों को जलाने के लिए पेपर मैच बॉक्स का इस्तेमाल किया जाएगा।

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इतने बड़े पैमाने पर हो रहे इस कार्यक्रम को वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज करने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड टीम भी उज्जैन पहुंची है, क्षिप्रा के तट पर सभी दिए पांच मिनट में जलने चाहिए, तभी यह रिकॉर्ड गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के तौर पर दर्ज होगा। हालांकि बाहर से आए श्रद्धालु इस महोत्सव में शामिल नहीं हो पायेगे , वह सिर्फ इस महोत्सव में देख सकेगे, दिए सिर्फ पंजीकृत लोग ही जला सकेंगे। इसके लिए पूरी व्यवस्था की गई है। ब्लॉक और सेक्टर बनाए गए हैं। इसमें शामिल रहने वाले श्रद्धालुओं को विशेष पहचान पत्र भी दिया जाएगा। यह पूरा एरिया 2 किलोमीटर का है।

बताया जा रहा है कि उज्जैन के महाकाल प्रांगण में 51 हजार दिए प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। लेकिन इन्हें रिकॉर्ड में शामिल नहीं किया जाएगा। क्षिप्रा तट के अतिरिक्त नगर के देवस्थल महाकाल मंदिर, मंगलनाथ मंदिर काल भैरव मंदिर, गढ़ कालिका, सिद्धवट, हरसिद्धि मंदिर, प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर दीप जलाए जाएंगे। नगर के नागरिक भी अपने घरों पर पांच-पांच दीपक जलाएंगे। इसके लिए उज्जैन नगर निगम के माध्यम से संकल्प पत्र भी भरे गए हैं। उन्होंने कहा कि दीपावली के बाद इतनी बड़ी संख्या में दीपक जलेंगे। इसके लिए पूरे प्रदेश से दीपक बुलाए गए हैं।

 

 


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Harpreet Kaur

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