उज्जैन : संत समाज के अध्यक्ष महंत ने माना, कथा वाचिका से की थी “अश्लील बाते”

Published on -

उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश के उज्जैन में एक कथा वाचिका के महंत पर लगाए आरोपों के बाद संत समाज की बैठक में यह साफ हो गया कि महिला सच बोल रही है, बैठक में उस महंत ने माना कि उन्होंने महिला से अश्लील बाते की थी और फिर जब महिला ने इसका विरोध किया तो उसने कथा वाचिका पर झूठे आरोप जड़ दिए। दरअसल कथा वाचिका ने कुछ दिनों पहले षट दर्शन संत समाज के अध्यक्ष महंत रामेश्वर दास महाराज पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था महिला का कहना है कि संत के संपर्क में आने पर वह उससे फोन पर अश्लील बाते करने लगे और जब कथा वाचिका ने इसका विरोध किया तो संत ने उसे जान से मारने की धमकी दी। कथा वाचिका महिला वृंदावन से आई थी।

यह भी पढ़ें… भोपाल : “डोर टू डोर” जाकर सट्टा बुक करने वाला कुख्यात गिरोह चढ़ा पुलिस के हत्थे

इस मामले के सामने आने के बाद उज्जैन के संत समाज ने बैठक की और इस बैठक में उस कथा वाचिका को भी बुलाया गया जिसने आरोप लगाया था और उस महंत को भी जिस पर आरोप लगे, बैठक में कथा वाचिका ने जब महंत के खिलाफ तमाम सबूत होने की बात की तो महंत को अपनी गलती माननी पड़ी, महिला ने बैठक में आरोप लगाए कि ये मुझसे कंडोम की बात करते हैं…। संत के नाम पर कलंक हैं। वही सच सामने आते ही महंत ने भी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि मैं अपने शब्द वापस लेता हूं।

बाद में कथा वाचिका ने एक वीडियो में अपनी बात रखी और कहा कि संत रामेश्वर दास महाराज को अपने किये पर पछतावा हुआ है, इसलिए मैंने भी उन्हें माफ कर दिया, संत समाज ने मुझे समझाया कि साधु समाज की बदनामी होगी, इसलिए संत को माफ कर दो, मैंने साधु-संतों के कहने पर क्षमा कर दिया है, रामेश्वर दास महाराज ने महिला पर शनि मंदिर की जमीन मांगने के जो आरोप लगाए थे वह भी निराधार निकले, रामेश्वर दास ने स्वयं कबूल कर लिया है कि इस महिला ने शनि मंदिर की जमीन नहीं मांगी मैंने झूठ बोला था, जो शादी के कागज रामेश्वर दास ने थाने में पेश किए थे वह शादी के कागज झूठे हैं, कार्रवाई के लिए जो आवेदन थाने में दिया था उसे वापस ले रही हूं।


About Author

Harpreet Kaur

Other Latest News