कांग्रेस प्रत्याशी आशा पर उसके भाई ने ही लगाए गंभीर आरोप ,कहा- पिता की मौत की जिम्मेदार है

Gaurav Sharma
Published on -
congress candidate asha's brother puts allegation on her

अशोकनगर,हितेंद्र बुधौलिया।कांग्रेस प्रत्याशी आशा दौहरे के भाई देवेंद्र दोहरे ने अपनी बहन आशा पर सनसनीखेज एवं गंभीर आरोप लगाए है। कल ही देवेंद्र भाजपा में शामिल हुये थे। आज पार्टी के संगठन मंत्री सुभाष भगत एवं सह संगठन मंत्री हितानन्द शर्मा के सामने उन्होंने भाजपा की औपचारिक सदस्यता ग्रहण की।

इसके बाद मीडिया से बात करते हुये उन्होंने अपनी बहन पर बहुत ही व्यक्तिगत एवं इतने सनसनीखेज आरोप लगाये है, जो समान्यता कोई भाई अपनी बहिन पर नहीं लगाता। बहिन से खफा इस भाई ने अपने पिता की मौत का उत्तरदायी कांग्रेस उम्मीदबार आशा दौहरे को ठहराया है।

ये भी पढ़े- पंचायत सचिवों की बैठक में शामिल होने के आरोपों पर बोले जज्जी, झांकी में शामिल होने गया था, झूठ फैला रही है कांग्रेस

देवेंद्र का कहना है जो महिला अपने बाप और भाई की नहीं हो सकती वह किसी की नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि आज वह कांग्रेस में है। किसी भी दिन कांग्रेस को छोड़ सकती है। साथ ही उन्होंने कहा कि वो उन्होंने अपनी बहन को पहले ही मृत मान लिया है। देवेंद्र का कहना कि आशा अपनी शादी के दिन घर छोड़कर भाग गई थी।उसकी बारात आ चुकी थी ,फेरे होने वाले थे तब आशा घर छोड़ कर भाग गई थी। देवेंद्र अपनी बहिन से बेहद नाराज है, उनका कहना कि आशा की इस हरकत के कारण उसके पिता सदमे में चले गये थे और आखिरी में इसी सदमे में उनकी मौत हो गई।

 

अपनी बहिन को अपने पिता की मौत का जिम्मेदार मानने बाले देवेंद्र दोहरे का कहना है कि उन पर काफी दबाव था, अपनी बहिन के लिये काम करने का, मगर उन्होंने पूर्व में ही अपनी बहिन को मृत मान लिया है। शादी के दिन घर से भागने के बाद से ही उससे संबन्ध खत्म कर दिए थे। देवेंद्र का कहना है कि वह भाजपा उम्मीदवार जजपाल सिंह जज्जी के लिये काम करेंगे।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News