कोलकाता, डेस्क रिपोर्ट। बंगाल में चुनाव नतीजों (election results) के बाद हिंसा के नए-नए मामले सामने आ रहे हैं और एक के बाद एक थमने का नाम नहीं ले रहे। चुनाव नतीजों की शाम यानी कि रविवार शाम से लेकर अब तक बंगाल (Bengal) के विभिन्न क्षेत्रों में हिंसा (violence) की तमाम घटनाएं घटित हुई है। इस हिंसा में करीब 11 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। भाजपा (BJP) का कहना है कि इन 11 लोगों में से 9 पार्टी के कार्यकर्ता हैं वहीं 1 टीएमसी और 1 आईएसएफ कार्यकर्ता की मौत की खबर सामने आई है। इनमें से ज़्यादातर हिंसा के मामलों का आरोप ममता बनर्जी (Mamta banerjee) की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर लगा है। लगातार हो रही हिंसा घटनाओं के संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बंगाल सरकार से रिपोर्ट (report) मांगी है।
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चुनाव नतीजों की शाम यानी कि रविवार की शाम कोलकाता के उल्टाडांगा में भाजपा कार्यकर्ता को पीट पीट कर मार डाले जाने का आरोप लगाया गया है वहीं अन्य क्षेत्र जैसे न्यूटाउन, भांगड़, सॉल्टलेक भी अशांति की आग में जलते रहे। तृणमूल समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने जीत का बाद दबंगई दिखाते हुए बांगुड़ एवन्यू, बेलाघाटा, बड़ाबाजार का माहौल अशान्तिपूर्ण कर दिया। इतना ही नहीं उत्तर 24 परगना के भाटपाड़ा क्षेत्र से क्रूड बम तक बरामद हुए हैं।
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गृह मंत्रालय ने बंगाल में हो रही इन हिंसा के मामलों में बंगाल सरकार से रिपोर्ट मांगी है। गृह मंत्रालय ने सरकार विपक्षी दलों पर ज्यादती और हिंसा के संबंध में जवाब मांगा है। वहीं बंगाल में एक बार फिर सत्ता में आने वाली ममता बनर्जी ने कहा कि हमें पता है कि केंद्रीय बल और भाजपा ने हमे बहुत परेशान किया है लेकिन हमें शांति बनाए रखनी है।