Billionaire Capital: मुंबई, जिसे भारत की आर्थिक राजधानी के रूप में जाना जाता है। वहीं अब मुंबई ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई अब एशिया में अरबपतियों की संख्या में शीर्ष स्थान पर है। इसकी अर्थव्यवस्था, वित्तीय संरचना और विशाल व्यवसायिक गतिविधियों ने इसे एक अन्य शहरों से अलग बना दिया है। यहां की अरबपतियों की संख्या में बड़ी वृद्धि ने उसकी गौरवशाली स्थिति को और भी मजबूती दी है।
मुंबई में टोटल 92 अरबपति:
जानकारी के अनुसार मुंबई में टोटल 92 अरबपति हैं, जो 603 स्क्वायर किलोमीटर के एरिया में बसे हैं। इसके विपरीत बीजिंग में 91 अरबपति हैं, जो 16,000 स्क्वायर किलोमीटर के एरिया में बसे हैं। दरअसल यह रिपोर्ट बताती है की भारत में अरबपतियों की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है। इसके साथ ही रिपोर्ट के अनुसार भारत के मुंबई ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
एक साल में संपत्ति 47% बढ़कर 445 बिलियन डॉलर:
दरअसल मुंबई अब ग्लोबल रिच लिस्ट में तीसरे नंबर पर पहुंच गया है, जहां न्यूयॉर्क और लंदन पहले और दूसरे नंबर पर हैं। जानकारी के अनुसार न्यूयॉर्क में 119 बिलेनियर हैं, जबकि लंदन में 97 बिलेनियर हैं। वहीं इस रिपोर्ट के मुताबिक उनकी संपत्ति एक साल में 47% बढ़कर 445 बिलियन डॉलर हो गई है। दरअसल यह दर्शाता है की भारत की जीडीपी में उछाल आना भारत के बिजनेसमैन के लिए एक अच्छी खबर है।
सूची के अनुसार:
मुंबई शहर में अरबपतियों की संख्या में वृद्धि होते हुए यहां के 603 स्क्वायर किलोमीटर क्षेत्र में 92 अरबपति निवास कर रहे हैं। इसके बाद न्यूयॉर्क शहर आता है जहां 119 अरबपति रहते हैं, फिर लंदन जो 97 अरबपति शहर है। बीजिंग में 91, शंघाई में 87, और शेनझेन में 84 अरबपति रहते हैं। हॉग-कॉग में 65 अरबपति निवास करते हैं। इस सूची में मुंबई का आंकड़ा एक स्पष्ट संकेत है कि शहर की अर्थव्यवस्था और वित्तीय वृद्धि दुनिया भर में चर्चा का विषय बन गई है।