नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। आम बजट 2022 ( budget 2022) पर अब समीक्षा स्वरूप प्रतिक्रियाएं शुरू हो गई है। मोटे तौर पर बजट में आम आदमी के लिए बहुत ज़्यादा रियायतें नहीं है, लेकिन सरकार इसे दूरदर्शी बजट करार दे रही हैं। इसी क्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री इस्पात एवं ग्रामीण विकास फग्गन सिंह कुलस्ते (unionv minister of state steel and rural deelopment faggan singh kulaste) ने भी अपने विचार रखे।
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Budget 2022 पर बोलते हुए उन्होंने कहा किसमृद्ध भारत, आत्मनिर्भर भारत’ और ‘हरे-भरे भविष्य का निर्माण’ करने के लक्ष्यों के चलते भारत सरकार अथक प्रयास कर रहीं हैं।बीते वर्षों पर गौर करें, तो गरीबी रेखा से नीचे यापन करने वाले देशवासियों के लिए भारत सरकार ने कई योजनाएँ चलाई हैं जिसे वित्त वर्ष 2022-23 में भी सर्वोपरि रखा गया है।
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उन्होंने कहा कि सरकार ने उन्नत कृषि, सोलर एनजी, नौकरी-पेशों के अवसरों में बढ़ोतरी, प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करने जैसे कई काम किए है। केंद्रीय राज्यमंत्री इस्पात एवं ग्रामीण विकास, फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा है,”आज समय की मांग है कि भारत की कृषि भी आधुनिक बने, नए तौर-तरीके अपनाए। अब किसान ड्रोन किसान का नया साथी बनने वाला है।
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ड्रोन तकनीक से किसान को तो मदद मिलेगी ही, उत्पादन का रियल टाइम डेटा भी उपल्बध होगा।
गौरतलब है कि 2022-23 के दौरान देशभर के किसानों को डिजिटल और उच्च-प्रौद्योगिकी वाली सेवाओं के वितरण के लिए किसान ड्रोन, रसायन मुक्त प्राकृतिक खेती, सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) को बढ़ावा देने की घोषणा बजट पेश करने के दौरान संसद में की गई है।
संसद में वित्त वर्ष 2022-23 का बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि समावेशी विकास सरकार की आगे बढ़ने की चार प्राथमिकताओं में से एक है। समावेशी विकास के तहत सरकार फसल मूल्यांकन, भूमि अभिलेखों के डिजिटलीकरण और कीटनाशकों के छिड़काव के लिए ‘किसान ड्रोन’ के उपयोग को बढ़ावा देगी।
इसके साथ ही गेंहू और धान की खरीद के लिए 1.63 करोड़ किसानों को 2.37 लाख करोड़ रुपए का सीधा भुगतान होगा।
उच्च दक्षता वाले सौर मॉड्यूल के निर्माण के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) योजना के तहत 19,500 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बजट रखा गया है।