Bullet Train Project: बुलेट ट्रेन जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। दरअसल पिछले 10 साल से यह प्रोजेक्ट लगातार चर्चाओं में बना हुआ है। दरअसल बुलेट ट्रैन चीन-जापान समेत कई देशों में दौड़ रही हैं। वहीं इस ट्रैन का भारत लंबे समय से इंतजार कर रहा है। दरअसल भारत की जनता को उम्मीद है की जल्द ही देश में भी बुलेट ट्रेन का इंतजार खत्म हो जाएगा। वहीं इसको लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बड़ा बयान दिया है। दरअसल उनका कहना है कि मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन दोनों राज्यों की इकोनॉमी को एक करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
दरअसल इस दौरान मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कई जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि मुंबई अहमदाबाद कॉरिडोर में 8 नदियों पर पुल पहले ही बनाए जा चुके हैं। दरअसल वैष्णव का कहना है की भारत का यह बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट बहुत तेजी से प्रगति कर रहा है। बुलेट ट्रैन के मुंबई से अहमदाबाद का पहला कॉरिडोर आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण कई शहरों को आपस में बांध देगा।
मुंबई के शहरों की इकोनॉमी में सुधार होगा:
इसके अलावा, अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस प्रोजेक्ट से न केवल रेलवे को बल्कि देश की इकोनॉमी को भी मजबूती मिलेगी। बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के कारण बड़ौदा, सूरत, आनंद, वापी, ठाणे, और मुंबई के शहरों की इकोनॉमी में सुधार होगा। जानकारी देते हुए वैष्णव ने यह भी बताया कि इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 1.08 लाख करोड़ रुपये है, जिसमें केंद्र सरकार को 10 हजार करोड़ रुपये और गुजरात और महाराष्ट्र को 5000 करोड़ रुपये का हिस्सा देना होगा। बाकी की लागत का कर्ज जापान से लिया जाएगा जिसके ब्याज दर 0.1 फीसदी है।
मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर लगातार प्रगति कर रहा:
दरअसल इस दौरान अश्विनी वैष्णव ने बुलेट ट्रैन के किराये को लेकर भी बात कही और कहा कि, “फिलहाल जहां भी बुलेट ट्रेन चल रही हैं, उनमें से ज्यादातर देशों में उन्होंने ट्रांसपोर्ट में 90 फीसदी तक हिस्सेदारी हासिल कर ली है. नवंबर, 2021 में काम शुरू होने के बाद से मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर लगातार प्रगति कर रहा है।” दरअसल अभी तक इसके किराए को लेकर चीजे साफ नहीं हो पाई है। मगर इस प्रोजेक्ट के तहत, रेल मंत्री ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य शहरों की इकोनॉमी को मजबूत करना है और इससे देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।