Char Dham Yatra को लेकर अभी तक नहीं रुका तीर्थ यात्रियों की मौतों का सिलसिला, जाने क्या कहना है अधिकारियों का

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Kedarnath Yatra

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। हिन्दुओं के लिए चार धाम यात्रा का अति महत्व है। प्रतिवर्ष भक्तों में इस यात्रा के लिए अपार उत्साह रहता है। इस वर्ष भी भक्तों का हुजूम इस यात्रा पर जा रहा है। लेकिन चिंता की बात यह है कि दुर्घटना और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों जैसे कारणों से तीर्थयात्रियों की मौत की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अधिकारियों ने बातचीत में शनिवार को बताया कि इस वर्ष तीन मई से शुरू हुई चार धाम यात्रा के दौरान विभिन्न कारणों से अब तक कुल 99 तीर्थयात्रियों की मृत्यु हो गई है।

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स्वास्थ्य महानिदेशक शैलजा भट्ट ने इस मामले में जानकारी देते हुए कहा कि “मामले से जुड़े हुए अधिकारीयों नेके मुताबिक शनिवार को यात्रा के दौरान आठ और लोगों की मौत हो गई।“ उन्होंने आगे कहा “हम तीर्थयात्रियों की मृत्यु रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, जिनमें से अधिकांश बुजुर्ग व्यक्ति हैं। चार धाम मार्गों पर तैनात हमारा मेडिकल स्टाफ, पैरा-मेडिकल स्टाफ के साथ विभिन्न स्थानों पर मेडिकल स्क्रीनिंग कर रहा है।”

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उत्तराखंड में सात ट्रेकर्स लापता

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित पांडव शेरा ट्रेक जो करीबन 4500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, वहां सात ट्रेकर्स के लापता होने की खबर है। घटना के बारे में राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल को सूचित किया गया, जिसके बाद शनिवार शाम को एसडीआरएफ की एक उच्च ऊंचाई पर बचाव करने वाली टीम को खोज और बचाव अभियान शुरू करने के लिए रुद्रप्रयाग में एक हेलिकॉप्टर में भेजा गया था। एसडीआरएफ की मीडिया प्रभारी ललिता नेगी ने बताया कि सातों ट्रेकर्स उत्तराखंड के हैं। वह लोग पांडव शेरा ट्रेकिंग क्षेत्र में कुछ डॉक्यूमेंट्री बना रहे थे। शुक्रवार के बाद उनके साथ कोई संपर्क नहीं हुआ है।


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Ram Govind Kabiriya

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