डेस्क रिपोर्ट। चीन के गुआंग्शी में सोमवार दोपहर हुए विमान हादसे में विमान में सवार सभी 132 लोगों की मौत हो गई है, सोमवार की दोपहर चाइना ईस्टर्न पैसेंजर एयरलाइंस का यह विमान गुआंग्शी की पहाड़ियों में क्रैश हो गया था। इनमें 123 यात्री और 9 क्रू मेम्बर्स सवार थे। विमान के क्रेश होने की जानकारी मिलते ही बचाव दल फौरन मौके पर पहुंचा और बचाव कार्य शुरू किया लेकिन अफसोस की विमान में सवार एक भी यात्री को बचाया नहीं जा सका, विमान में सवार 132 यात्रियों और क्रू मेम्बर्स को बचाया नहीं जा सका। सभी के शव क्षत विक्षत जली हालत में मिले है। चीन में हुए विमान हादसे के बाद भारत में डायरेक्टर जनरल सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने बोइंग विमानों के बेड़े की निगरानी बढ़ा दी है। दरअसल बोइंग विमान हादसे के बाद भारत ने भी मार्च 2019 में बोइंग 737 मैक्स विमानों की उड़ान पर रोक लगा थी। बाद में बोइंग ने विमानों के सॉफ्टवेयर में जरूरी अपडेशन किया। इस पर 27 महीने बाद पिछले साल अगस्त में भारत ने बैन हटा लिया था। हालांकि अब एक बार फिर बोइंग के इस हादसे ने अलर्ट मोड पर कर दिया, जिसके बाद भारत में भी DGCA ने अब इन विमानों की निगरानी बढ़ाते हुए जरूरी निर्देश दिए है।
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बताया जा रहा है कि उड़ान भरने के करीबन सवा घंटे बाद ये विमान हादसे का शिकार हो गया। लैंड करने से 43 मिनट पहले विमान का संपर्क ATC से टूट गया था। तभी किसी अनहोनी की आशंका से एयरलाइन स्टाफ कांप गया, विमान के पायलेट से लगातार संपर्क करने की कोशिश की जा रही थी लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी विमान के पायलेट या क्रू मेम्बर्स से संपर्क नहीं हो पाया, कुछ देर बाद ही हादसे की तस्वीरों ने साफ कर दिया कि विमान हादसे अ शिकार हो गया है। यात्रियों को ले जा रहा यह विमान बोइंग 737 था। बोइंग साढ़े छह साल से एयरलाइंस में ऑपरेट हो रहा था। चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस ने वेबसाइट को हादसे का शिकार हुए लोगों के प्रति सम्मान में ब्लैक एंड व्हाइट कर दिया गया। इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है।