भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के चित्रकूट जिला जेल (Chitrakoot District Jail) में शुक्रवार की सुबह करीब 10:00 बजे दो कैदियों के बीच हुई गैंगवार में ताबड़तोड़ फायरिंग हो गई जिसमें दो कैदियों की मौत हो गई है। वही पुलिस के साथ राउंड फायरिंग में गोली चलाने वाले कैदी की भी मौत हो गई।
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यह है पूरा मामला
चित्रकूट पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने जानकारी देते हुए बताया कि अंशु दीक्षित के द्वारा दो कैदी मेराज और मुकीम काला पर गोली चला दी गई, इसकी सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा और घटनास्थल पर पाया गया की बंदी अंशु द्वारा हाथ में पिस्टल लेकर फायरिंग की जा रही है वही मौका ए वारदात पर 2 कैदियों को उसके द्वारा गोली मार दी गई है जिनकी मौके पर ही मौत हो गई। जिसके बाद बंदी अंशु को पकड़ने के लिए पुलिस के द्वारा चारों तरफ से घेराबंदी की गई और अभियुक्त अंशु दीक्षित को आत्मसमर्पण के लिए कहा गया, बावजूद इसके उसके द्वारा लगातार पुलिस पर भी फायरिंग की जा रही थी जिसके बाद आत्मरक्षा में पुलिस द्वारा भी फायरिंग की गई जिसमें अंशु दीक्षित मारा गया।
तीनों के खिलाफ इतने मामले थे दर्ज
पुलिस अधीक्षक ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि मारे गए अभियुक्तों में से मुकीम काला शामली का रहने वाला था, जिसके ऊपर करीब 65 मुकदमे दर्ज थे। दूसरा व्यक्ति मेहराज जोकि बनारस का रहने वाला था, जिसके ऊपर 3 मुकदमे दर्ज थे, और तीसरा जिसके द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया अंशु दीक्षित वह सीतापुर का रहने वाला है इसके ऊपर करीब 8 मुकदमे दर्ज थे। फ़िलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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शार्प शूटर था अंशु दीक्षित
जिस बंदी ने इस घटना को अंजाम दिया है वह एक शार्प शूटर बताया जा रहा है जिसे यूपी एसटीएफ ने गोरखपुर जिले से गोरखनाथ थाना क्षेत्र से 2014 में गिरफ्तार किया था। वही यह भी कहा जा रहा है कि उसने मुकीम काला को मारने के लिए सुपारी ली थी और उसे अंजाम देने के लिए उसने सेटिंग से चित्रकूट जेल में अपना ट्रांसफर करवाया था उसके बाद उसने इस घटना को अंजाम दिया।