Jairam Ramesh angry on praise of RSS: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यक्रमों में केंद्रीय कर्मचारियों पर लगी रोक हटाने, आरएसएस को लेकर पिछले दिनों सामने आ रही अलग अलग टिप्पणी और कल बुधवार को राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ द्वारा सदन में आरएसएस को बेदाग और सेवाभावी संगठन बताने के बाद से कांग्रेस भड़की हुई है, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने X पर एक पोस्ट साझा की है जिसमें लिखा है कि आरएसएस की प्रशंसा से अगर कोई सबसे अधिक भयभीत होते, तो वह भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल होते।
जयराम रमेश ने लिखा- हाल के दिनों में जिस तरह से RSS को क्लीन चिट दी जा रही है और उसकी प्रशंसा हो रही है, उससे अगर कोई सबसे अधिक भयभीत होते, तो वह भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल होते। गृह मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के कई दस्तावेज़ इसके हिंसक, संविधान-विरोधी और राष्ट्र-विरोधी चरित्र को लेकर उनके गहरे भय को प्रकट करते हैं।
गृह मंत्रालय ने 19 48 में RSS को लेकर की थी ये टिप्पणी
4 फ़रवरी, 1948 को सरदार के गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में, केंद्र सरकार ने कहा कि वह “हमारे देश में काम कर रही नफ़रत और हिंसा की ताकतों को जड़ से खत्म करने और राष्ट्र की स्वतंत्रता को ख़तरे में डालने और अंधकार में धकेलने के लिए” आरएसएस पर प्रतिबंध लगा रही है। संघ की गतिविधियों से प्रायोजित और प्रेरित हिंसा ने कई पीड़ितों की जान ले ली है। इस कड़ी में सबसे ताज़ा और मूल्यवान नाम स्वयं गांधीजी का है।”
श्याम प्रसाद मुखर्जी को लिखे पत्र में सरदार पटेल ने RSS को सरकार के लिए खतरा बताया था
पटेल ने गोलवलकर को लिखे पत्र में गांधी जी की हत्या के लिए संघ पर निशाना साधा था
कांग्रेस क्यों है बौखलाई, RSS को लेकर क्या कहा धनखड़ ने
हाल के दिनों में जिस तरह से RSS को क्लीन चिट दी जा रही है और उसकी प्रशंसा हो रही है, उससे अगर कोई सबसे अधिक भयभीत होते, तो वह भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल होते। गृह मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के कई दस्तावेज़ इसके हिंसक, संविधान-विरोधी और राष्ट्र-विरोधी चरित्र को… pic.twitter.com/7pyvVzHEHb
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) August 1, 2024