देहरादून, डेस्क रिपोर्ट। उत्तराखंड विधानसभा चुनावों (Uttarakhand Assembly Election Election 2022) से पहले कांग्रेस (Uttarakhand Congress) ने बड़ी कार्रवाई की है। पूर्व विधायक भीमलाल आर्य समेत 5 नेताओं को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई कांग्रेस प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव प्रचार करने को लेकर की गई है।वही सभी कार्यकर्ताओं को चेतावनी दी गई है कि वो तत्काल बागियों का साथ छोड़कर पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के समर्थन में काम करें, वरना कार्रवाई की जाएगी, इसके निर्देश जारी किए गए है।
उत्तराखंड कांग्रेस ने अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे यमुनोत्री में संजय डोभाल, रुद्रप्रयाग में मातबर सिंह कंडारी, लालकुआं में संध्या डालाकोटी, घनसाली में पूर्व विधायक भीमलाल आर्य (Former MLA Bhimlal Arya) और रामनगर में संजय नेगी को निष्कासित कर दिया है।वही बागी नेताओं के समर्थकों की भी कांग्रेस से छुट्टी होगी। सभी जिला-शहर अध्यक्षों को ऐसे सभी पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं की सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पूर्व विधायक भीमलाल आर्य टिहरी जिले की सुरक्षित सीट घनसाली से कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ नामांकन भरा है,पार्टी ने उन्हें काफी समझाइश दी लेकिन वे नहीं मानें, जिसके बाद पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है। वही बागेश्वर सीट से नामांकन भरने पर भी बालकृष्ण और भैरवनाथ टम्टा के खिलाफ पार्टी ने कार्रवाई की है।वही लालकुआं सीट पर पार्टी प्रत्याशी एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ चुनाव लड़ रहीं संध्या डालाकोटी के बाद पार्टी ने अब उनके पति किरन डालाकोटी को भी पार्टी से बाहर किया है। हरिद्वार जिले में ज्वालापुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ मैदान में उतरे एसपी सिंह इंजीनियर को भी निकाला गया है।
यूपी में भी 4 नेताओं पर कार्रवाई
उत्तराखंड के बाद उत्तर प्रदेश में भी बड़ी कार्रवाई की गई है। यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections 2022) से पहले 4 नेताओं कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनुज सिंह, उपाध्यक्ष अख्तर हुसैन खान, जिला महासचिव विनय मिश्रा, जिलाध्यक्ष सेवादल दीपक मिश्रा को निष्कासित कर दिया गया है। यह कार्रवाई टिकिट बंटवारे को लेकर बलरामपुर में कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और इंदौर के पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल से गाली-गलौज और मारपीट पर की गई है। इस पर कांग्रेस की केंद्रीय अनुशासन समिति ने चारों को 6 साल के लिए पार्टी से निष्काषित कर दिया। पार्टी के वरिष्ठ नेता और इंदौर शहर से दो बार विधायक रहे सत्यनारायण पटेल (Satyanarayan Patel) प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी के बेहद करीबी माने जाते हैं।