Teachers Salary, Employees : शिक्षक कर्मचारियों को त्योहार से पहले बड़ा तोहफा मिला है। उन्हें बकाए वेतन का भुगतान किया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया शुरू की गई थी। 17 सितंबर तक उनके खाते में राशि अंतरित करने के निर्देश दिए गए हैं। कई शिक्षकों के खाते में राशि पहुंच गई है जबकि कुछ शिक्षकों और कर्मचारियों के खाते में जल्द 2 महीने की राशि पहुंचेगी।
बिहार सरकार द्वारा शिक्षकों के बकाया वेतन के भुगतान के लिए राशि जारी की गई है। सरकार द्वारा 251 करोड रुपए जारी किए गए थे। जिसके बाद शिक्षकों के एरियर का भुगतान कर दिया जाएगा। लंबे समय से कॉलेज के शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों के वेतन अटके हुए हैं। जिसके बाद उन्हें भुगतान करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
हजारों शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन का भुगतान
मुंगेर विश्वविद्यालय द्वारा अपने अंदर आने वाले 17 अंगीभूत कॉलेज में कार्यरत हजारों शिक्षकों और कर्मचारियों को जून और जुलाई महीने के वेतन का भुगतान शनिवार को कर दिया गया। वहीं कुछ कर्मचारियों के वेतन का अंतरण रविवार से सोमवार के बीच कर दिया जाएगा। मुंगेर विश्वविद्यालय के वित्त पदाधिकारी रंजन कुमार ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि सभी शिक्षक और कर्मचारियों को जून और जुलाई महीने के वेतन का भुगतान विश्वविद्यालय स्तर पर किया गया है।
वेतन में बड़ी वृद्धि
कर्मचारी और शिक्षकों के वेतन के भुगतान के साथ ही उनके खाते में ₹50000 तक की राशि देखी जाएगी। 2 महीने के एरियर के भुगतान के साथ ही कुछ शिक्षकों के खाते में राशि में बड़ी वृद्धि रिकॉर्ड की जा सकती है। मुंगेर विश्वविद्यालय द्वारा पेंशनर्स के भी पेंशन राशि का भुगतान किया गया है। कुछ के खाते में जल्द पेंशन की राशि पहुंचेगी।
251.56 करोड़ रुपए जारी
इससे पूर्व सरकार द्वारा अगस्त के आखिरी सप्ताह में शिक्षक और अन्य स्टाफ की सैलरी के लिए विश्वविद्यालय को अनुदान के तौर पर 251.56 करोड़ रुपए जारी किए गए थे। शिक्षा विभाग की ओर से अनुदान राशि जारी की गई थी। वहीं विभाग की डायरेक्टर रेखा कुमारी ने पत्र में कहा था कि विश्वविद्यालय के कर्मचारियों के लिए वित्त वर्ष 2023 24 के लिए 1132.05 करोड़ रुपए का अनुदान मंजूर किया गया है।
राज्य के विश्वविद्यालय कॉलेज में वेतन विलंब एक पुरानी समस्या है और सरकारी संस्थाओं की तरह ही वेतन का मासिक वितरण सुनिश्चित करने के लिए अभी तक तंत्र का गठन नहीं किया गया है। हालांकि जल्द ही तंत्र का गठन किया जाएगा।