नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। सरकार ने साल 2020 में कई एप्प्स को बैन कर दिया था जिसमे कई पोपुलर app जैसे कि tiktok और PUBG भी थे। इनके बैन होने से युवाओं और किशोरों में बहुत ज्यादा निराशा थी। उस समय तक हालात यह थे कि देश के नाबालिगों और युवाओं का एक बड़ा वर्ग इन apps का इस्तेमाल करता था। PUBG नाम के ऑनलाइन गेम की तो मानों लत ही लग गई थी। हालाँकि बैन होने के बाद भी यह भारत में उपलब्ध है और इसकी लत का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है की हाल ही में PUBG खेलने से रोकने पर एक 16 वर्षीय नाबालिग ने अपनी माँ की हत्या कर दी।
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उत्तर प्रदेश में हुई इस घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है। एक ओर जहाँ यह PUBG की लत का ख़तरा बयान कर रहा है, वहीँ दूसरी ओर यह सवाल भी उभरता है कि बैन होने के बाद भी यह नाबालिगों तक को कैसे उपलब्ध हो रहा है। इसी बात पर चिंता जताते हुए राष्ट्रिय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने आईटी मंत्रालय को पत्र लिखकर जवाब मांगे हैं। NCPCR ने सरकार से सवाल किया है कि प्रतिबंधित गेम अभी भी खेलने के लिए कैसे उपलब्ध है?