नहीं है जेल में घूमने तक की इजाजत
अजमेर स्थित जिस जेल में दोनों अपराधियों को रखा गया है, वहां सिर्फ बड़े और खूंखार अपराधियों को ही रखा जाता है। इस हाई सिक्योरिटी जेल में कैदियों को बैरक में बिना लाइट बंद कर रखा जाता है। किसी भी कैदी को परिसर में घूमने तक की इजाजत नहीं है। एकमात्र लाइट का सहारा फ्लड लाइट है। यहीं कारण है, जो कैदी यहां आने से डरते हैं। जानकारी के मुताबिक, यहां सिर्फ 82 बड़े अपराधियों को रखा गया है।
ऐसी जेल बनाने के पीछे का कारण
घूघरा जेल में तीस कोठरियों को चार ब्लॉक में बांटा गया है, जहां देश से चिन्हित कर अपराधी आते है। इसके पीछे का कारण है नेटवर्क को तोड़ना। बेशक, जेल में बदमाश सजा काट रहे हो लेकिन वह अपने धन और बल के दम पर जेलों बंद अन्य कैदियों के साथ गैंग बनाकर अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देना शुरू कर देते है। इसी नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए अपराधियों को अलग-अलग रखा जाता है।
बार एसोसिएशन ने किया केस न लड़ने का ऐलान
गुरुवार (28 जून) को उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की आरोपी रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद ने धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद उन्हें उदयपुर जिला सत्र न्यायालय में पेश किया गया था। कोर्ट ने दोनों आरोपी को 13 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
बता दे, इस हत्या के केस को UAPA के तहत दर्ज किया गया है, जिसकी NIA जांच कर रही है। इस दौरान गुरुवार को बार एसोसिएशन ने ऐलान किया कि कोई भी इन आरोपियों का केस नहीं लड़ेगा।