“परीक्षा पे चर्चा” : PM Modi ने बताये सफलता के सूत्र, छात्र और परिजनों को दिया गुरु मंत्र

Atul Saxena
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज देश के स्टूडेंट्स और पेरेंट्स को “परीक्षा पे चर्चा”  (Pariksha Pe Charcha) कार्यक्रम के तहत सम्बोधित किया।  उन्होंने स्टूडेंट्स के सवालों के जवाब दिए और उन्हें परीक्षा की तैयारियों का तनाव लेने की बजाय अच्छी तरह से शिक्षित होने के लिए कहा। प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) भोपाल से शामिल हुए।

देश के लोगों से “मन की बात” करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश के स्टूडेंट्स के साथ “परीक्षा पे चर्चा” की।  दिल्ली के ताल कटोरा स्टडियम में आयोजित इस कार्यक्रम का दूरदर्शन, नमो एप, यू ट्यूब, ट्विटर सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सीधा प्रसारण हुआ।

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प्रधानमंत्री ने कहा कि आप एक स्पेशल जनरेशन हो। इस दौर में कम्पटीशन ज्यादा है लेकिन अवसर भी बहुत हैं। उन्होंने कहा वो काम करो जिसमें आपको ख़ुशी मिले ऐसा करने पर ही आपको अधिकतम सफलता मिलेगी।  पीएम मोदी ने कहा कि मोटिवेशन के लिए कोई इंजेक्शन या फार्मूला नहीं है।  बेहतर तो ये होगा किआप खुद को पहचानों।

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प्रधानमंत्री ने कहा कि परीक्षा को उत्सव के रूप में लें, आप कोई पहली बार परीक्षा में शामिल नहीं हो रहे, इससे पहले भी आप परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर ही यहाँ तक पहुंचे हैं। इसलिए बिना किसी तनाव के परीक्षा में शामिल हो। पीएम ने पेरेंट्स और टीचर्स से कहा कि आप अपने अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए बच्चों पर ना थोपें, बच्चों को उनके सपने पूरे करने दें।

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प्रधानमंत्री के ” चाय पे चर्चा” कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल से शामिल हुए वे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (माॅडल) तात्याटोपे नगर में विद्यार्थियों के साथ मौजूद रहे। 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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